सशक्त भारत के लिए स्वस्थ भारत और स्वस्थ भारत के लिए स्वच्छ भारत आवश्यक
महिला सरपंच और ग्राम प्रधान स्वच्छ भारत अभियान, स्वच्छ पेयजल
आपूर्ति तथा केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं से पात्र ग्रामवासियों को
जोड़कर स्वच्छ, समर्थ और सशक्त भारत के निर्माण में योगदान कर सकती हैं
केन्द्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से महिला सशक्तिकरण के
साथ ही ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है
राज्य सरकार 01 अप्रैल से 15 अप्रैल, 2018 तक 38 जनपदों में
जलजनित और विषाणुजनित रोगों के प्रति जनजागरूकता अभियान चलाएगी
21वीं सदी भारत की और भारतीय नारी की होगी: केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री
मुख्यमंत्री ने पत्रिका ‘स्वच्छता संदेश’ के द्वितीय अंक का विमोचन,
‘इज्जत घर’ के ‘लोगो’ का अनावरण किया
मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के साॅफ्टवेयर ‘हमारी पंचायत’
का लांच तथा न्यूज लेटर ‘हमारी पंचायत’ का विमोचन
मुख्यमंत्री ने ‘स्वच्छता रथ’ को भी रवाना किया
स्वच्छता अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 30 महिलाएं सम्मानित
मुख्यमंत्री ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित ‘स्वच्छ शक्ति-2018’ सम्मेलन को सम्बोधित किया
लखनऊ: 08 मार्च, 2018
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि सशक्त भारत के निर्माण में मातृशक्ति की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका है। सशक्त भारत के निर्माण के लिए स्वस्थ भारत और स्वस्थ भारत के लिए स्वच्छ भारत आवश्यक है। महिला सरपंच और ग्राम प्रधान स्वच्छ भारत अभियान, स्वच्छ पेयजल आपूर्ति तथा केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं से पात्र ग्रामवासियों को जोड़कर स्वावलम्बी और खुशहाल गांव के निर्माण के साथ ही स्वच्छ, समर्थ और सशक्त भारत के निर्माण में अपना योगदान कर सकती हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित ‘स्वच्छ शक्ति-2018’ सम्मेलन में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। महिलाओं को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वच्छ शक्ति के रूप में महिला सरपंच और ग्राम प्रधान ग्रामीण जीवन में उल्लेखनीय बदलाव ला सकते हैं। अक्टूबर, 2018 तक प्रदेश को ओ0डी0एफ0 घोषित करने के लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री सुश्री उमा भारती के सम्पूर्ण केन्द्रांश उपलब्ध कराने की घोषणा पर मुख्यमंत्री जी ने उनके प्रति आभार व्यक्त किया।
योगी जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा प्रारम्भ किए गए कार्यक्रमों से महिला सशक्तिकरण के साथ ही ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है। कुपोषण समाप्त करने के लिए ‘राष्ट्रीय पोषण मिशन’, लिंगभेद समाप्त करने के लिए ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ योजना, गरीब महिलाओं को निःशुल्क गैस कनेक्शन देने के लिए ‘उज्ज्वला योजना’ आदि अनेक योजनाएं संचालित हैं। उज्ज्वला योजना के तहत देश में 3.2 करोड़ निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन दिए गये हैं। केन्द्रीय बजट में इस योजना के लक्ष्य को बढ़ाकर आठ करोड़ रसोई गैस कनेक्शन किया गया है। प्रदेश में भी उज्ज्वला योजना के तहत 65 लाख गरीब महिलाओं को निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराये गये हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जनधन योजना के अन्तर्गत देश में 16.42 करोड़ महिलाओं के बैंक खाते खुलवाये गये हैं। मुद्रा योजना के माध्यम से 7.88 करोड़ महिला उद्यमियों को ऋण उपलब्ध कराया गया है। स्टैण्डअप इण्डिया योजना के अन्तर्गत 6895 करोड़ रुपये का ऋण महिला उद्यमियों को दिया गया है। इसके अलावा, केन्द्र सरकार द्वारा तीन तलाक के मुद्दे के सम्बन्ध में किया गया प्रयास वस्तुतः आधी आबादी की स्वतंत्रता की अनुभूति से जुड़ा है। केन्द्र सरकार के इन कार्याें की महिला सशक्तिकरण में महती भूमिका है।
योगी जी ने कहा कि राज्य सरकार ने अक्टूबर, 2018 तक पूरे प्रदेश को खुले में शौच से मुक्त (ओ0डी0एफ0) करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। 11 महीने के अभी तक के कार्यकाल में राज्य सरकार द्वारा 35 लाख व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण कराया गया है। शामली, गाजियाबाद, हापुड़, बिजनौर, मेरठ, गौतमबद्धनगर, बागपत और मुजफ्फरनगर जनपदों सहित 19 हजार से अधिक गांवों को ओ0डी0एफ0 घोषित किया गया है। गंगा जी को स्वच्छ एवं प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रदेश के 25 जनपदों के गंगा जी के किनारे के 1605 गांवों को ओ0डी0एफ0 किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार 01 अप्रैल से 15 अप्रैल, 2018 तक 38 जनपदों में जलजनित और विषाणुजनित रोगों के प्रति जनजागरूकता अभियान संचालित करने जा रही है। स्कूल चलो अभियान भी इसके साथ चलाया जाएगा। इसमें बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, पंचायती राज, ग्रामीण विकास, नगर विकास, महिला एवं बाल विकास आदि विभागों की भागीदारी होगी। मुख्यमंत्री जी ने महिला सरपंचों और ग्राम प्रधानों से इस अभियान में सहयोग की अपील की।
योगी जी ने कहा कि राज्य सरकार शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए भी कार्ययोजना तैयार कर रही है। प्रायः देखा गया है कि ग्रामीण इलाकों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गयी सुविधाओं यथा पाइप पेयजल आपूर्ति आदि का ग्रामवासियों द्वारा उपयोग नहीं किया जा रहा है। उनके द्वारा इन व्यवस्थाओं के कनेक्शन नहीं लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शुद्ध पेयजल के प्रयोग से अनेक तरह की बीमारियों से बचाव हो सकता है। इससे बीमारियों के इलाज में व्यय होने वाली धनराशि की बचत भी होगी। उन्होंने महिला सरपंचों और ग्राम प्रधानों से शुद्ध पेयजल प्रयोग के प्रति ग्रामवासियों में जागरूकता पैदा करने का आहवान किया। इसी प्रकार उन्होंने सामूहिक विवाह योजना के लिए पंचायत सदस्यों से विचार-विमर्श करके पात्र लाभार्थियों के चयन की भी अपील की।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 24 अप्रैल, 2017 को ‘मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजना’ की घोषणा की गई थी। इसके अन्तर्गत कुल 375 पुरस्कार दिए जाने की व्यवस्था है। प्रत्येक जनपद की पांच सर्वाेत्कृष्ट पंचायतों क्रमशः 06 लाख रुपये, 05 लाख रुपये, 03 लाख रुपये, 2.5 लाख रुपये एवं 1.5 लाख रुपये के पुरस्कार दिए जाएंगे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री सुश्री उमा भारती ने कहा कि 21वीं सदी भारत की और भारतीय नारी की होगी। भारतीय महिलाएं हर क्षेत्र में कामयाबी हासिल कर रही हैं। अब उन्हें आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाये जाने की आवश्यकता है। स्वरोजगार इसमें बड़ी भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को साफ-सुथरी और स्वच्छ जिन्दगी का अधिकार है। इसलिए उन्हें सेनेटरी नेपकिन उपलब्ध कराने के लिए उनका मंत्रालय काम करेगा। उन्होंने कहा कि कौशल विकास मिशन के माध्यम से प्रशिक्षित होकर महिलाएं सेनेटरी नेपकिन बनाने के कार्य को स्वरोजगार के रूप में भी अपना सकती है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी महिलाओं को निर्भयता प्रदान करने के लिए कदम उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय प्रदेश को अक्टूबर, 2018 तक खुले में शौच मुक्त करने के लिए हर सम्भव सहयोग करेगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने पत्रिका ‘स्वच्छता संदेश’ के द्वितीय अंक का विमोचन, इज्जत घर के ‘लोगो’ का अनावरण, मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के साॅफ्टवेयर ‘हमारी पंचायत’ का लाँच तथा न्यूज लेटर ‘हमारी पंचायत’ का विमोचन किया। कार्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्री जी ने ‘स्वच्छता रथ’ को भी रवाना किया।
इस मौके पर स्वच्छता अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 30 महिलाओं
(12 महिला ग्राम प्रधान, 11 महिला स्वच्छाग्रही तथा 07 महिला अधिकारी) को सम्मानित किया गया। इनमें से 05 महिला ग्राम प्रधानों गाजियाबाद की सुश्री अरुणिमा त्यागी, अमरोहा की सुश्री रितु देवी, ललितपुर की श्रीमती ज्योति मिश्रा, कुशीनगर की सुश्री आरती देवी तथा सोनभद्र की सुश्री रेखा मौर्या तथा 05 स्वच्छाग्रहियों कौशाम्बी की श्रीमती आराधना मिश्रा, हाथरस की श्रीमती सुमन कुमारी, मुजफ्फरनगर की सुश्री पूजा मैनवाल, आजमगढ़ की सुश्री पूनम सिंह तथा मऊ की सुश्री साहिबा बानो को मुख्यमंत्री जी ने स्वयं सम्मानित किया।
कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय की एक फिल्म का प्रस्तुतिकरण भी किया गया। कार्यक्रम को पंचायतीराज मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भूपेन्द्र सिंह चैधरी तथा केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता सचिव श्री परमेश्वरन अय्यर ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री श्रीमती कृष्णाराज, प्रदेश सरकार में मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी, श्रीमती स्वाती सिंह, श्रीमती अर्चना पाण्डेय, श्री बलदेव ओलख, लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया, केन्द्रीय स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के महानिदेशक श्री अक्षय राउत, अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज श्री चंचल कुमार तिवारी सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा बड़ी संख्या में महिला ग्राम प्रधान एवं महिला स्वच्छाग्रही उपस्थित थीं।