लोक लुभावन नारों पर उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने वाली भारतीय जनता पार्टी की योगी सरकार के लोक लुभावन नारे सिर्फ खोखले साबित हुए हैं। आज प्रदेश का किसान त्रस्त है। आम जनता अराजकता की आग में झुलसने को मजबूर है। मंहगाई थमने का नाम नहीं ले रही है। युवा बेरोजगार होकर अपने भविष्य को लेकर चिन्तित है। महिलाएं असुरक्षित हैं। इन सभी मुद्दों से इतर भारतीय जनता पार्टी सिर्फ जुमलेबाजी करके ऐन-केन-प्रकारेण चुनावी रणनीति में व्यस्त है। मुख्यमंत्री अन्य प्रदेशों में प्रचार करने में व्यस्त हैं और अनिवासी मुख्यमंत्री होकर रह गये हैं।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह ने जारी बयान में कहा कि विगत 2017 के विधानसभा चुनाव के समय भारतीय जनता पार्टी के संकल्प पत्र में जो वादे किये गये थे चाहे वह शिक्षा मित्रों को स्थायी समायोजन की बात रही हो या 12460 बीटीसी अभ्यर्थियों की बात हो या आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के मानदेय की बात हो, आज वह सभी वादे खोखले साबित हो गये हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा ने वादा किया था कि हम उत्तर प्रदेश के नौजवानों को पांच साल में सत्तर लाख नौकरियां देंगे, यानी प्रतिवर्ष 14 लाख। हालात यह है कि सरकार बने एक वर्ष पूरा होने को है। चयन आयोगों और बोर्डों का गठन तक नहीं हो पाया है और पूर्व से लम्बित भर्तियों को जांच के नाम पर रोक कर धोखा किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में जिस तरीके से महिलाओं के साथ छेड़खानी और बलात्कार की घटनाएं बढ़ रही हैं, हत्या, लूट, डकैती, राहजनी की घटनाएं समाचारपत्रों की सुर्खियां बन रही हैं। इससे साबित होता है कि सरकार कानून व्यवस्था को लेकर कतई गंभीर नहीं है।
किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है। आलू किसान अपनी फसल सड़क पर फेंकने को मजबूर हो रहा है और सरकार सिर्फ झूठे आंकड़े पेश करके जले पर नमक छिड़कने का काम कर रही है।