जलसंस्थान की पानी की मोटर व पम्प सैट हर तीसरे दिन हो जाता है खराब,नल उपभोक्ता हो रहे परेषान,जिम्मेदार कौन?
ग्रामीणों ने की जिलाधिकारी मानबेन्द्र सिंह से अबिलम्ब पेयजल व्यबस्था षुचारु कराऐ जाने की माॅग
जाखलौन (ललितपुर) थाना जाखलौन के निकटबर्ती ग्राम देवगढ़ में लगे घरेलू नलों में पिछले करीब तीन सप्ताह से एक बॅूद भी पानी नही आ रहा है जिससे ग्रामीणों के समक्ष पेयजल संकट पैदा हो गया है। जानकारी के अनुसार ग्रामीणों को पेयजल मुहैया कराऐ जाने के उद्देष्य से प्रदेष सरकार द्धारा बिगत करीब 20 बर्ष पूर्व देवगढ़ में ही बेतवा नदी पर एक पानी की मोटर लगवाई गई थी। जिसके द्धारा ग्रामीणों को पानी की सप्लाई की जाती है। किन्तु बिभागीय लापरबाही के चलते ग्रामीणों को पेयजल मुहैया नही कराया जा रहा है। जिससे ग्रामीण उपभोक्ता परेषान तथा चिंतित है। ज्ञातव्य हो कि पिछले दो-तीन बर्षों से जलसंस्थान के कर्मचारियों द्धारा लगातार लापरबाही करके ग्रामीणों को पानी नही दिया जा रहा है। इसके सम्बन्ध मंे ग्रामीणों द्धारा लगातार जलसंस्थान के उच्चाधिकारियों से भी षिकायत की जाती रही है किन्तु कोई समाधान नही हो सका है। स्थानीय कर्मचारियों द्धारा मनगढ़न्त तथा झूठी जानकारी देकर बिभागीय उच्चाधिकारियों को कभी बिजली न आना, कभी बिजली का फेस नही आना, कभी मोटर खराब होने आदि का कारण बताकर पानी की सप्लाई बन्द रहना कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया जाता है। जिससे ग्रामीण उपभोक्ता पेयजल संकट सेे परेषान होते रहे। पिछले बर्ष माह नबम्बर 2017 में मजबूर होकर देवगढ़ निवासी एड़0 षेरसिंह यादव ने एक वाद न्यायालय श्रीमान स्थायी लोक अदालत ललितपुर के न्यायालय में प्रस्तुत किया और जलसंस्थान द्धारा ग्रामीण उपभोक्ताओं के अधिकारों से खिलबाड़ कर उन्हें पानी न देकर उन्हें परेषान किये जाने तथा सेवाओं में लापरबाही बरते जाने के सम्बन्ध में न्यायालय को अबगत कराया जिसे न्यायालय ने गम्भीरता से लेते हुऐ जलसंस्थान के अधिषाषी अभियन्ता को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत होने के सम्बन्ध में नोटिस भेजकर तलब किया। इसके बाद न्यायालय के समक्ष उपस्थित हुए जलसंस्थान के अधिकारी ने देवगढ़ में लगे घरेलू नलों में लगातार प्रतिदिन पानी देने की बात की तथा पेयजल सप्लाई षुचारु कराई गई जो पिछले 21 नबम्बर 2017 से लगातार ठीक चलती रही किन्तु जैसे ही न्यायालय में मामले की पैरबी धीमी हुई बैसे ही जलसंस्थान ने अपना पुराना रबैया अपनाना षुरु कर दिया और अब आलम यह है कि ग्रामीणों के घरों में लगे घरेलू नल षो पीस बनकर रह गये है क्योंकि ग्रामीणों के घरों में लगे नलों में करीब तीन सप्ताह से एक बूॅद भी पानी नही टपका है, केवल बीच-बीच में तीनों सप्ताह में एक-एक दिन पानी देकर गिनती के आॅकड़े सुधार लिए गये है ताकि लम्बे समय से पानी नही आ रहा है इस बात पर अंकुष लगाया जा सके। मालूम हो कि जल संस्थान कर्मियों की इस तरह की लापरबाही से ग्रामीणों के समक्ष घोर पेयजल संकट गहराया हुआ है क्योंकि गाॅव में लगे हैण्ड़पम्पों ने भी पानी छोड़ दिया है। जिससे ग्रामीणों के समक्ष भयानक पेयजल संकट बिकराल रुप धारण कर चुका है जो ग्रामीणों को परेषान किये हुऐ है किन्तु जलसंस्थान इस खबर से जानबूझ कर भी बेखबर बना हुआ है। जिससे ग्रामीण परेषान व चिंतित है। देवगढ़ की पेयजल व्यबस्था ठीक कराऐ जाने के सम्बन्ध में जलसंस्थान के अधिषाषी अभियन्ता रघुबेन्द्र कुमार से भी दूरभाष पर बातचीत करने का प्रयास किया गया किन्तु उन्होंने फोन नही उठाया जिससे उनसे बातचीत नही हो सकी। लेकिन उन्हें भी देवगढ़ की पेयजल व्यबस्था के खराब होने की पूरी जानकारी है। ग्रामीणों के घरेलू नलों में पानी न आने से ग्रामीणों के सामने पेयजल संकट गहराया हुआ है। ऐसी स्थिति में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से अबिलम्ब पेयजल व्यबस्था षुचारु बनबाऐ जाने की माॅग की है। ताकि ग्रामीणों को पेयजल समस्या से निजात मिल सके।
इनका कहना है
देवगढ़ में बेतवा नदी पर लगी पानी की मोटर व पम्प दोनों खराब हो गये थे जिन्हें ठीक करवा दिया गया है किन्तु मोटर सैट करने में परेषानी हो रही थी उसके लिए भी मिस्त्री को साईड़ पर भेजा गया है। अब जल्द ही पेयजल व्यवस्था षुचारु हो जाऐगी।