Categorized | लखनऊ.

सीएसआईआर- भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह

Posted on 01 March 2018 by admin

भारत में 28 फरवरी, 1928 को नोबेल पुरस्कार विजेता और भारतीय भौतिक विज्ञानी सर चंद्रशेखर वेंकट रमन द्वारा रमन प्रभाव की खोज के अवसर पर हर साल 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का विषय है “एक सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी” ।

इस वर्ष सीएसआईआर-भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-आईआईटीआर) में आयोजित समारोह में डॉ॰ वी॰ पी॰ कांबोज़, चेयरमैन, बायोटेक कंसोर्टियम इंडिया लिमिटेड और पूर्व निदेशक सीएसआईआर- केन्द्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान मुख्य अतिथि थे। सीएसआईआर-आईआईटीआर के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. देवेंद्र परमार ने आगंतुकों का स्वागत किया। डॉ. डी कार चौधुरी, मुख्य वैज्ञानिक सीएसआईआर-आईआईटीआर और अध्यक्ष आयोजन समिति ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाए जाने की जेनेसिस पर प्रकाश डाला और मुख्य अतिथि का परिचय दिया। मुख्य अतिथि ने इस अवसर पर एक लोकप्रिय विज्ञान व्याख्यान दिया। सर सी वी रमन द्वारा किए गए कार्यों के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने छात्रों को बताया किया कि कैसे विज्ञान के क्षेत्र में की गई खोजों से सामाजिक लाभ के लिए तकनीकी उन्नति हुई। उन्होंने कई उदाहरणों का हवाला दिया जहां नई तकनीक ने कई विकारों / बीमारियों के समाधान सुझाए हैं।

इस अवसर पर संस्थान द्वारा एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई जहां संस्थान द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया गया। शहर के विभिन्न संस्थानों के अंडर ग्रेजुएट छात्रों को प्रदर्शिनी को देखने और संस्थान के प्रयोगशालाओं में आकर वैज्ञानिकों के साथ विचार विमर्श करने के लिए आमंत्रित किया गया। छात्रों को संबोधित करते हुए, प्रोफेसर आलोक धावन ने तकनीकी महारत हासिल करने के लिए बुनियादी अनुसंधान की प्रासंगिकता पर बल दिया।

सीएसआईआर-आईआईटीआर के निदेशक प्रोफेसर आलोक धावन ने कहा कि विज्ञान में आगे बढ़ने के लिए लगातार प्रश्न पूछे जाने चाहिए और रचनात्मकता को बढ़ावा देना चाहिए जिससे हमारे देश में सर सी वी रमन जैसे और भी बन सकें। उन्होंने विद्यार्थियों का वैज्ञानिक जिज्ञासा और नवीनता बढ़ाने के लिए संस्थान द्वारा शुरू किए गए दो कार्यक्रमों का हिस्सा बनने के लिए आवाहन किया। इस अवसर पर संस्थान द्वारा एक प्रदर्शनी आयोजित की गई जिसमे संस्थान द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया गया। शहर के संस्थानों के 200 से अधिक अंडर ग्रेजुएट छात्रों को संस्थान के प्रयोगशालाओं में जाने और वैज्ञानिक कर्मचारियों के साथ बातचीत करने के लिए आमंत्रित किया गया।
डॉ. के. रवीराम, समिति के संयोजक ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया।

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.

Advertise Here

Advertise Here

 

April 2025
M T W T F S S
« Sep    
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
282930  
-->









 Type in