अंग्रेजी तथा देश की अन्य भाषाओं में निर्मित फिल्मों को भी पूर्व की भांति अनुदान दिये जाने की व्यवस्था
फिल्म प्रमोशन एण्ड फेसिलिटेशन कमेटी का गठन
सुरेन्द्र अग्निहोत्री , लखनऊ:
उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना राज्य मंत्री, डा0 नीलकंठ तिवारी ने इन्वेस्टर्स को उत्तर प्रदेश के फिल्म एवं मीडिया क्षेत्र की निवेश अनुकूल नीतियों का भरपूर लाभ लेते हुए भारी निवेश करने का आमंत्रण दिया है।
यह उद्गार प्रदेश डा0 तिवारी द्वारा इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के ‘‘स्पेशल प्लेनरी हाल’’ में आयोजित यू0पी0 इन्सवेस्टर्स समिट-2018 के अन्तर्गत आयोजित ‘‘मीडिया एण्ड एण्टरटेनमेण्ट’’ विषंयक सेशन में व्यक्त किये गये। उन्होंने कहा कि फिल्म नीति-2018 के अन्तर्गत ऐसी विदेशी नागरिक (ओ0सी0सी0) जिनके पूर्वज भारत के मूल निवासी थे तथा मारीशस/फिजी/सूरीनाम/हालैंड आदि देशों में निवास कर रहे हैं, के द्वारा भारतीय विषयों पर प्रदेश मे ंनिर्मित की जाने वाली फिल्मों को भी अनुदान प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश में फिल्म शूटिंग को बढ़ावा देने के लिए जनपद स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में ‘‘फिल्म प्रमोशन एण्ड फेसिलिटेशन कमेटी’’ का गठन किया गया है, जो फिल्म यूनिट की सुरक्षा व्यवस्था, शासकीय गेस्ट हाउस/पर्यटन अतिथि गृह में ठहरने की व्यवस्था तथा जनपदों में विभागों के स्तर पर आने वाली कठिनाईयों का त्वरित निराकरण करायेगी।
डा0 तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रधानमंत्री जी ने उद्घाटन सत्र में एक विषय उ0प्र0 के लिए छोड़ा था कि अगर महाराष्ट्र हमसे आगे जा सकता है, तो उ0प्र0 क्यों नहीं ? उन्होने कहा कि हमने उ0प्र0 में फिल्म बनाने वालों को भरपूर सुविधा मुहैया कराने का व्रत लिया है। उन्होने यह भी कहा कि उद्योग जगत में क्रांति का स्वरूप विकसित करने के लिए प्रदेश चल पड़ा है और अब वह दिन दूर नहीं जब हमारा प्रदेश महाराष्ट्र से भी आगे निकल जायेगा।
डा0 तिवारी ने कहा कि प्रदेश में फिल्म शूटिंग के लिए इच्छुक निर्माता/निर्देशक जो भी स्थान चयन करेंगे, वहां पर उन्हें शूटिंग की अनुमति प्रदान की जायेगी तथा उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्हांेने कहा कि यहां के लोग मुम्बई जाकर फिल्म बनाते हैं। अतः हमारी सरकार का यह प्रयास है क्यों न हम यही पर एक फिल्म इन्स्टीटयूट बना लें, जिससे प्रदेश के हजारो टैलेण्टस को काम मिल सकता है।
डा0 तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि बालीवुड का 43 प्रतिशत राजस्व उत्तर भारत से आता है। हिन्दी फिल्में बनाने का कन्सेप्ट ही उ0प्र0 से निकल कर आता है। उ0प्र0 सरकार प्रदेश में फिल्म निर्माण हेतु प्रत्येक सुख-सुविधा देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि हमारे पास वर्तमान में लगभग 14 करोड युवाओं की फौज है और हम उन्हें हर प्रकार के कौशल से युक्त कर रहे हैं और मेरा आपसे यह आवाह्न है कि आप जिस तरह से चाहें उनका बेहतर उपयोग कर सकते हैं।
इस अवसर पर सेशन को संबोधित करते हुए प्रमुख सचिव सूचना, श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने अवगत कराया है कि सारनाथ में आयोजित होने वाले भगवान बुद्ध के लाईट एण्ड साउण्ड कार्यक्रम को वायस-ओवर देने के लिए फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन ने अपनी सहमति दे दी है। उन्होने कहा कि प्रदेश की विभिन्न बोलियों जैसे भोजपुरी, ब्रज, खड़ी बोली, बुन्देली में फिल्में बनाने, के अतिरिक्त अंग्रेजी तथा देश की अन्य क्षेत्रीय भाषाओं जैसे- तेलगू तमिल, मराठी तथा अन्य भाषाओं को भी पूर्व की भांति अनुदान दिये जाने की व्यवस्था की गई है।
प्रदेश में निर्मित फिल्म नीति के अनुसार जिन फिल्मों की कुल शूटिंग दिवसों में से आधे दिवसों की शूटिंग अथवा दो-तिहाई दिवसों की शूटिंग उत्तर प्रदेश में की गयी हो उसके लिए अनुदान की सीमा क्रमशः रुपये 01 करोड़ तथा रुपये 02 करोड़ तक है, किन्तु अनुदान की अधिकतम सीमा हिन्दी फिल्मों के लिए उसकी कुल लागत का 25 प्रतिशत एवं प्रदेश की क्षेत्रीय भाषा भोजपुरी ब्रज, बुन्देली एवं अवधी की फिल्म के लिए उसकी कुल लागत का 50 प्रतिशत या उससे जो भी कम हो देय होगी।
प्रमुख सचिव सूचना श्री अवस्थी ने अवगत कराया कि किसी फिल्म निर्माता द्वारा प्रदेश में ऐसी फिल्म की शूटिंग/निर्मित की जाती है, जिसके मुख्य पांच कलाकार अथवा समस्त कलाकार उ0प्र0 के ही हैं, तो उक्त फिल्म हेतु अनुदान के अतिरिक्त उन कलाकारों को फिल्म पारिश्रमिक के रूप में दी जाने वाली धनराशि या सम्मिलित रूप से पांच कलाकारों अथवा समस्त कलाकारों हेतु क्रमशः 25 लाख अथवा 50 लाख तक अतिरिक्त अनुदान अलग से प्रदान किया जायेगा। यदि किसी निर्माता द्वारा फिल्म शूटिंग के उपरान्त फिल्म की प्रोसेसिंग प्रदेश में की जाती है, तो उक्त प्रोसेसिंग पर आने वाली लागत का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतम 50 लाख रुपये जो भी कम हो का अतिरिक्त अनुदान दिये जाने की व्यवस्था है। भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान पूणे एवं सत्यजीत रे, फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान कोलकाता में अध्ययनरत उ0प्र0 के 10-10 छात्रों को प्रतिवर्ष 25 हजार रुपये प्रतिवर्ष प्रति छात्र छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।
इस अवसर पर निदशक सूचना श्री अनुज कुमार झा ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान में भारत विशेषकर उत्तर प्रदेश विकास की दौड़ में आगे निकलने को तत्पर है, और उत्तर प्रदेश में भारत का दिल बसता है। उन्हांेने कहा कि भारत के किसी भी भू-भाग की कहानी जो फिल्मों के माध्यम से दर्शायी जाती है वह उत्तर प्रदेश से किसी न किसी रूप से जुड़ी होती है। उन्होने यह भी कहा कि इतने विशाल स्तर पर प्रदेश में मात्र तीन माह की अवधि में एक समिट का आयोजन अपने आप में संभव नहीं हो सकता है। परन्तु इसके पीछे हमारी सरकार की सकारात्मक सोच और सूचना मंत्री की प्रेरणा, जिसके कारण इतने अल्प समय पर इस विशाल समिट का आयोजन सम्पन्न हो सका।
इस अवसर पर उपस्थित मुक्ता आर्टस, मुम्बई के चेयरमैन श्री सुभाषं घई ने बताया कि हिन्दी सिनेमा यू0पी0 का है और इसमें अनेकों ऐसे टैलेंटस हैं जिन्हें अगर अवसर दिया जाय तो वे काफी बेहतर कार्य कर सकते हैं। फिल्म निर्माता एवं निर्देशक श्री राहुल मित्रा, ने बताया कि उत्तर प्रदेश में फिल्म बनाने की अपार संभावनायें हैं। फिल्म हमारी मास कम्यूनीकेशन का एक बड़ा जरिया है। फिल्म अभिनेता रवि किशन ने अपने उद्बोधन में कहा कि फिल्म बन्धु ने हमारी हिम्मत को और बढ़ा दिया है और अब हम और भी उत्साह के साथ प्रदेश में जोर-शोर से फिल्में बनायेंगे। उन्होने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में 43 फिल्मों की शूटिंग प्रगति पर है। रवि किशन ने कहा कि हिन्दी फिल्मों की तरह प्रदेश में यदि भोजपुरी फिल्मों को भी मल्टीप्लेक्स में प्रदर्षित किया जाय तो इन फिल्मों का भी स्तर बढ़ जायेगा।
बी0एस0के0 के चेयरमैन श्री बोनी कपूर ने इस अवसर पर बताया कि यू0पी0 की जनसंख्या 22 करोड़ है, जो विश्व में जनसंख्या के आधार पर छठा बड़ा देश है। परन्तु इतने बड़े प्रदेश में मात्र एक हजार स्क्रीन्स हैं। प्रदेश में फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए थियेटर्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाने की आवष्यकता है। उन्होने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश एक ऐसा प्रदेश है जहां हर बात का उत्तर है और यह सब फिल्म बन्धु के कारण ही संभव हो सका है, जिसके कारण हम प्रोडयूसर एवं डायरेक्टर्स द्वारा महसूस की जा रही समस्त कठिनाईयों का निराकरण हो गया है और फिल्में बनाने का रास्ता भी सुगम हो गया है। श्री कश्यप ने यह भी बताया कि आज उत्तर प्रदेश में अमेरिका एवं लंदन से ज्यादा शूटिंग होती है। इसके अतिरिक्त इस अवसर पर बिग बैंग कम्पनी के श्री मधु मन्टेना एवं अन्य महानुभावों द्वारा अपने विचार व्यक्त किए गये।
इस अवसर पर प्रदेश में बड़े तादाद में फिल्म निर्माण क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से फिल्म एवं मीडिया के क्षेत्र से पधारे निर्माता एवं निर्देशकों एवं प्रदेश सरकार की ओर से राज्य मंत्री सूचना डा0 नीलकंठ तिवारी के मध्य 16 एम0ओ0यू0 का आदान-प्रदान हुआ।