स्किल गैप्स को दूर करने के लिए परम्परागत शिल्पकारों
को प्रशिक्षण की भी योजना है
प्रदेश को एक कुशल मानव सम्पदा के भण्डारागार के
रूप में विकसित किया जायेगा
युवाओं को कौशल प्रशिक्षण के लिए 15 किमी. के दायरे में आने वाले सभी माध्यमिक एवं उच्चतर विद्यालय को समीपवर्ती कौशल प्रशिक्षण केन्द्र से स्किल कनेक्ट मोबाइल से जोड़ा जा रहा है
-श्री चेतन चैहान
लखनऊ: 22 फरवरी, 2018
उत्तर प्रदेश के कौशल विकास एवं व्यावसायिक शिक्षामंत्री श्री चेतन चैहान ने कहा कि 22 करोड़ जनसंख्या के इस प्रदेश में 13 करोड़ से अधिक युवाओं की संख्या है, जिन्हें सही दिशा व प्रशिक्षण प्रदान कर औद्योगिक इकाईयों में रोजगार पाने योग्य बनाने के प्रदेश सरकार लगातार गम्भीरता से प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगभग 2800 सरकारी व निजी आईटीआई हैं जिनसे प्रति वर्ष लगभग 5 लाख युवा प्रशिक्षित होते हैं। इसके अतिरिक्त कौशल विकास मिशन विभाग भी लगभग 400 ट्रेनिंग पार्टनर्स के माध्यम से प्रति वर्ष लगभग 2 लाख युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। श्री चैहान ने कहा कि उ0प्र0 सरकार अन्य कम्पनियों के माध्यम से इस संख्या में आगे और भी वृद्धि की जायेगा। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 सरकार को प्रशिक्षण कार्यक्रमों में देश की प्रतिष्ठित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान जैसे-रेमण्ड, मारूति, एल एण्ड डी, कार्वी, लावा, इंटेक्स व जे के इण्डस्ट्री भी युवाओं को प्रशिक्षित करने व रोजगार प्रदान करने में सहयोग प्रदान कर रहे हैं। श्री चैहान ने कहा कि उ0प्र0 सरकार ने इसके अतिरिक्त एक जनपद एक उत्पाद योजना के अन्तर्गत भी प्रदेश के विशिष्ट उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए मौजूदा स्किल गैप्स को दूर करने के लिए परम्परागत शिल्पकारों के व्यापक प्रशिक्षण की योजना भी तैयार की है। हार्डवेयर से साॅफ्टवेयर तक प्रदेश का युवा हर जगह (थ्तवउ भ्ंतकूंतम जव ैवजिूंतमए न्च्श्े ल्वनजी म्अमतलूीमतम) का हमारा संकल्प है और इसी दिशा में प्रदेश सरकार गम्भीरता से प्रयास भी कर रही है।
उ0प्र0 के कौशल विकास एवं व्यावसायिक शिक्षा मंत्री श्री चेतन चैहान आज इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमतीनगर, लखनऊ में इन्वेस्टर्स समिट-2018 में व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास पर आयोजित सत्र में विभिन्न कम्पनियों के आये हुए प्रतिनिधि/विशेषज्ञों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डिजिटल विश्व व भूमण्डलीकरण के इस दौर में यह आवश्यक है कि हम अपने प्रदेश के अधिक से अधिक युवाओं को