खादी के उत्पादों को लोकप्रिय बनाने के लिए
सरकार पूरी तरह कृत संकल्पित
-श्री सत्यदेव पचैरी
सुरेन्द्रअग्निहोत्री, : 20 फरवरी, 2018
उत्तर प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री सत्यदेव पचैरी की मौजूदगी में आज यहां होटल ताज में खादी के उत्पादों के आॅनलाइन बिक्री के लिए मशहूर अमेज़न इण्डिया के निदेशक श्री गोपाल पिल्लई तथा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री अविनाश कृष्ण सिंह के मध्य एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित किया गया।
इस एम0ओ0यू0 के अंतर्गत अमेज़न इण्डिया अपने उत्पाद देश भर के ग्राहकों को सीधे बेचने के लिए ग्रामीण खादी कारीगरों को शिक्षित, प्रशिक्षित व सक्षम बनायेगा। आॅनलाइन पोर्टफोलियों में खादी शर्ट, कुर्ता, धोती, तौलिया तथा स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ जैसे उत्पाद शामिल होंगे, जिसकी शहरी क्षेत्रों में भारी मांग तथा संभावनायें हैं।
इस अवसर पर मीडिया को सम्बोधित करते हुए श्री पचैरी ने कहा कि खादी के उत्पादों को लोकप्रिय बनाने के लिए सरकार पूरी तरह कृत संकल्प है। सरकार का प्रयास है कि खादी एवं ग्रामोद्योग क्षेत्र के समग्र विकास में बेरोजगारों को बड़ी संख्या में जोड़ा जाय और वे इसके माध्यम से रोजगार के अवसर प्राप्त कर आर्थिक रूप से समृद्ध हो सकें। उन्होंने खादी के इतिहास में आज के दिन को स्मरणीय बताते हुए कहा कि समिट के ठीक पहले खादी बोर्ड के साथ एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित होने से स्पष्ट है कि अब बड़ी कम्पनियां उत्तर प्रदेश में अपना व्यापार शुरू करने के लिए काफी उत्सुक हैं।
खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री ने कहा कि अभी तक देश-दुनियां में खादी की पहचान खादी इण्डिया के नाम से थी, अब लोग उत्तर प्रदेश के खादी उत्पाद को यू0पी0खादी के ब्रांड के नाम से जानेंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह उत्तर प्रदेश के हैण्डलूम और पावरलूम की मांग दुनिया के अनेक देशों है, उसी प्रकार अब खादी एवं ग्रामोद्योग के उत्पादों को भी विश्व में ख्याति हासिल होगी। अमेज़न के माध्यम से विदेशों में बैठे लोग आसानी से खादी के उत्पाद खरीद सकेंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार के खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के प्रमुख सचिव आई0ए0एस0 श्री नवनीत सहगल ने कहा कि यह साझेदारी खादी उत्पादों को बड़ी संख्या में ग्राहकों तक पहुंचने को बढ़ावा देने में सहायक होगी, जिसके फलस्वरूप बिक्री बढ़ेगी जिससे ग्रामीण कारीगर प्रेरित होंगे। अपने बेहतर अनुभव तथा ग्राहकों की गहरी समझ के चलते अमेजन इण्डिया इन प्रतिभाशाली कारीगरों व शिल्पकारों के लिए विकसित हो रही डिजिटल अर्थव्यवस्था के लाभ उठाने में एक समर्थ भूमिका निभा सकता है।
खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के सी0ई0ओ0 श्री अवनीश कृष्ण सिंह ने इस साझेदारी के बारे में कहा कि नये ग्राहकों में खादी अधिक लोकप्रिय होने के कारण उनकी बदलती पसंद व वरीयता को जानना बहुत आवश्यक है। इसके फलस्वरूप हमारे उत्पादों के प्रस्तुतिकरण में और सुधार लाने के लिए ई-काॅमर्स महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकेगा। अमेज़न इण्डिया के साथ इस साझेदारी के माध्यम से हम खादी सोसाइटीज व ग्रामोद्योगों को अधिक से अधिक अवसर प्रदान करना चाहते हैं तथा उनके विकास में समर्थन करना चाहते हैं।
अमेज़न इण्डिया के निदेशक श्री गोपाल पिल्लई ने कहा कि अमेज़न इण्डिया ने विगत एक साल के दौरान अनेक सरकारी संस्थाओं जैसे डी0सी0 हैण्डलूम, वस्त्र मंत्रालय, द ट्राइबल को-आपरेटिव मारकेटिंग डेवलपमेंट आॅफ इण्डिया तेलांगना सरकार, नागालैण्ड सरकार, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम तथा गुजरात ट्राइबल डेवलपमेंट डिपार्टमेंट के साथ भागीदारी कर देशभर के कारीगरों व लघु एवं सूक्ष्म उद्योग के उत्थान के लिए सरकार के प्रयासों को पूरा करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि कम्पनी ने स्पेशलाइज्ड टेªनिंग माॅड्यूल तैयार किये है, आॅन-ग्राउंड स्टाफ के साथ कार्यशालाएं आयोजित की हैं तथा सीखने के संसाधनों को साझा किया है ताकि उन्हें अपने व्यवस्साय को आॅनलाइन शुरू करने और बढ़ने में सहायता मिल सके।