कार्य में रुचि न लेने वाली निर्माण एजेन्सियांे के विरूद्ध कार्यवाही की जाए
प्रदेश में प्राकृतिक, धार्मिक, आध्यात्मिक दृष्टि से पर्यटन विकास के पर्याप्त अवसर
कुम्भ-2019 के लिए नीति आयोग से अतिरिक्त
धनराशि प्राप्त करने के प्रयास किए जाएं
दुधवा नेशनल पार्क के लिए कनेक्टिविटी की सुविधा तथा
पर्यटकों के लिए बेहतर आवासीय सुविधा उपलब्ध करायी जाए
प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हैलीकाॅफ्टर द्वारा
जाॅय राइड हेतु कुल 11 प्रस्ताव प्राप्त: पर्यटन मंत्री
मुख्यमंत्री की केन्द्रीय पर्यटन सचिव के साथ बैठक सम्पन्न
लखनऊ: 15 फरवरी, 2018
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश के पर्यटन विकास हेतु स्वीकृत योजनाओं का तेजी से क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। निर्माण कार्य को शीघ्रता से समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग पूरा किया जाए। कार्य में रुचि न लेने वाली निर्माण एजेन्सियांे के विरूद्ध कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री आज यहां शास्त्री भवन में केन्द्रीय पर्यटन सचिव सुश्री रश्मि वर्मा के साथ बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पर्यटन की दृष्टि से देश का सर्वाधिक सम्भावनाओं वाला राज्य है। काशी, अयोध्या, मथुरा, नैमिषारण्य, विंध्याचल, शुक्रताल, दुधवा आदि का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि यहां पर प्राकृतिक, धार्मिक, आध्यात्मिक दृष्टि से पर्यटन विकास के पर्याप्त अवसर हैं। उन्होंने केन्द्रीय पर्यटन सचिव से गोरखपुर, नैमिषारण्य एवं गोवर्धन तीर्थ (मथुरा) आदि के लिए भारत सरकार को पूर्व में प्रेषित प्रस्तावों के सापेक्ष धनराशि स्वीकृत करने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कुम्भ-2019 एक महत्वपूर्ण और विशिष्ट आयोजन है। इसका पौराणिक, धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। प्रयागराज के कुम्भ मंे सर्वाधिक संख्या में श्रद्धालु आतेे हैं। अभी से कार्य योजना बनाकर कार्य करने पर बड़ी संख्या में पर्यटकों को इस आयोजन के लिए आकर्षित किया जा सकता है। राज्य सरकार इसे दिव्य और भव्य ढंग से आयोजित करना चाहती है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि कुम्भ-2019 के लिए अतिरिक्त धनराशि नीति आयोग से प्राप्त करने के प्रयास किए जाएं। समस्त देशों के राजदूतों/उच्चायुक्तों को कुम्भ-2019 में आमंत्रित किया जाए और उन्हें कुम्भ के महत्व से परिचित कराने वाली फिल्म दिखाई जाए।
योगी जी ने कहा कि कुम्भ में देश के सभी राज्यों से सांस्कृतिक दलों को आमंत्रित किया जाए। कुम्भ के पौराणिक, धार्मिक एवं ज्योतिषीय महत्व को दर्शाने वाले लेजर शो कार्यक्रम तैयार कर दिखाए जाएं। पुलों की रेलिंग पर समुद्र मंथन आदि पौराणिक प्रसंगों से सम्बन्धित चित्रांकन कराया जाए। उन्हांेने कहा कि प्रयागराज संगम तट स्थित किले को खाली कराने हेतु केन्द्रीय रक्षा मंत्री को पत्र पे्रषित किया जाए। भारत सरकार की बेड एवं ब्रेकफास्ट योजना में आश्रमों को भी सम्मिलित किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में वन्यजीव पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दुधवा नेशनल पार्क के लिए कनेक्टिविटी की सुविधा सुनिश्चित तथा वहां पर पर्यटकों के लिए बेहतर आवासीय सुविधा उपलब्ध करायी जाए।
केन्द्रीय पर्यटन सचिव ने प्रयाग कुम्भ की इन्टरनेशनल ब्राण्डिंग हेतु कुम्भ के ‘लोगो’ को अंग्रेजी भाषा में भी तैयार किये जाने का सुझाव दिया। मुख्यमंत्री जी ने इसे स्वीकार करते हुए ‘लोगो’ अंग्रेजी भाषा में तैयार करने के निर्देश दिए, ताकि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कुम्भ-2019 का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा सके।
पर्यटन मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी ने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हैलीकाॅफ्टर द्वारा जाॅय राइड की व्यवस्था की जा रही है। वाराणसी, आगरा, गोरखपुर, मथुरा, लखनऊ, नैमिषारण्य, इलाहाबाद, कुशीनगर आदि स्थलों के लिए कुल 11 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ0 महेन्द्र सिंह, पंचायतीराज राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भूपेन्द्र सिंह चैधरी, प्रमुख सचिव पर्यटन श्री अवनीश कुमार अवस्थी सहित केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय तथा प्रदेश के पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।