उत्तर प्रदेश में रिक्त पड़े गोरखपुर एवं फूलपुर लोकसभा क्षेत्र के उपचुनाव हेतु चुनाव आयोग द्वारा आज चुनाव की तिथि की घोषणा किये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता कृष्णकान्त पाण्डेय ने कहा कि केन्द्र में लगभग चार वर्ष और प्रदेश में लगभग एक वर्ष के शासन में भारतीय जनता पार्टी जनहित के मुद्दों पर विफलता एवं आम जनता के आक्रोश को देखते हुए चुनाव में जाने से लगातार भाग रही थी किन्तु अन्ततः उसे चुनाव मैदान में आना ही पड़ा। देर से ही सही चुनाव आयोग द्वारा आखिरकार भारतीय जनता पार्टी को जनता की अदालत में उतरने के लिए मजबूर किया गया।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता कृष्णकान्त पाण्डेय ने आज जारी बयान में कहा कि एक ओर जहां प्रदेश की जनता बेतहाशा मंहगाई से त्रस्त है वहीं कल रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की समीक्षा में यह बात सामने पर कि अभी जनता को और अधिक मंहगाई झेलनी पड़ेगी, आखिरकार केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकार प्रदेश की जनता को किस गलती की सजा दे रही है। युवा बेरोजगारी से त्रस्त है। लाखों भर्तियां विभागों में रिक्त पड़ी हैं। फिर भी प्रदेश के उच्च शिक्षित युवा चार वर्ष से नौकरी की आस में अपनी उम्र पार कर रहे हैं। किसान अपनी उपज का मूल्य पाने के लिए भटक रहा है। आलू किसानों के लिए अभी सरकार आयोग के गठन पर ही अटकी हुई है जबकि सरकार बनने के बाद आलू की दूसरी फसल भी बर्बादी की कगार पर पहुंच रही है। कानून व्यवस्था का आलम यह है कि राजधानी लखनऊ में दिनदहाड़े हत्या और बलात्कार जैसे जघन्य घटनाएं हो रही हैं और डकैतियां आम बात हो गयी हैं। चारों तरफ हताशा और निराशा व्याप्त है।
श्री पाण्डेय ने कहा कि प्रदेश के उपचुनाव को कांग्रेस पार्टी पूरी गंभीरता से लेते हुए 1978 के आजमगढ़ उपचुनाव की पुनरावृत्ति करेगी।