एन0सी0सी0 भी छात्रधर्म का एक पक्ष है - राज्यपाल
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राज्यपाल की ओर से कैडेटों को रूपये एक लाख का नकद पुरस्कार
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लखनऊ: 3 फरवरी, 2018
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज राजभवन में आयोजित एक समारोह में गणतंत्र दिवस परेड-2018 नई दिल्ली में सम्मिलित उत्तर प्रदेश के राष्ट्रीय कैडेट कोर के कैडेटों को सम्मानित किया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा श्री संजय अग्रवाल, एन0सी0सी0 के महानिदेशक मेजर जनरल आर0जी0आर0 तिवारी व एन0सी0सी0 के पदाधिकारीगण सहित सेना के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। राज्यपाल ने एन0सी0सी0 ग्रुप मुख्यालय लखनऊ को ‘गवर्नर बैनर‘ देकर सम्मानित किया। एन0सी0सी0 कैडेटों ने सर्वधर्म समभाव पर आधारित नृत्य नाटिका ‘मोहल्ला मोहब्बत वाला’ तथा उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के विशेष उत्पादों पर गीत एवं उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक कला की भी झलकी दिखाई। राज्यपाल ने प्रसन्न होकर अपनी ओर से एन0सी0सी0 कैडेटों को रूपये एक लाख का नकद पुरस्कार घोषित किया।
राज्यपाल ने एन0सी0सी0 कैडेटों को सम्बोधित करते हुये कहा कि एन0सी0सी0 से जुड़े विद्यार्थी अपना छात्रधर्म निभायें। उनका कर्तव्य विद्यार्जन करना है। किताबों के साथ स्वास्थ्य की दृष्टि से उपयुक्त अन्य गतिविधियों में भी भाग लें। जीवन में आगे कड़ी स्पर्धा है। कड़ी मेहनल, प्रमाणिकता और पारदर्शिता से सफलता प्राप्त होती है। यदि जीवन में असफलता मिले तो निराश न होए बल्कि आत्मनिरीक्षण करके प्रयास करें, सफलता अवश्य प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि एन0सी0सी0 भी छात्रधर्म का एक पक्ष है। राज्यपाल ने कैडेटों को व्यक्तित्व विकास के मंत्र के साथ ‘चरैवेति! चरैवेति!!’ का मर्म भी समझाया।
श्री नाईक ने कहा कि अपनी छात्र अवस्था में उन्हें भी एन0सी0सी0 का ‘सी’ सर्टिफिकेट मिला था। उनके कालेज ने उस समय दिल्ली परेड में सम्मिलित होने के लिये बहुत तैयारी की थी पर एक ही छात्र का चयन हुआ था। उत्तर प्रदेश के बच्चे इस दृष्टि से भाग्यशाली हैं कि उन्हें दिल्ली की परेड में सम्मिलित होने का अवसर मिला। उन्होंने एन0सी0सी0 के अधिकारियों को सुझाव दिया कि एन0सी0सी0 के छात्र-छात्राओं को देश की आजादी से जुड़े अन्य स्थानों के साथ-साथ मध्य कमान स्थित स्मृतिका का भी भ्रमण करायें जिससे उनमें देशप्रेम की भावना जागृत हो।
राज्यपाल ने उत्तर प्रदेश की विशेषता पर प्रकाश डालते हुये कहा कि आबादी की दृष्टि से उत्तर प्रदेश का महत्व केवल भारत में नहीं बल्कि पूरे विश्व में है। केवल तीन देश चीन, अमेरिका एवं इण्डोनेशिया की आबादी उत्तर प्रदेश से अधिक है। 68 वर्षों के बाद इस वर्ष पहली बार राज्य सरकार द्वारा ‘उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस’ का आयोजन किया गया। उत्तर प्रदेश बड़े मानव संसाधन का स्रोत है। उन्होंने कहा कि इस महत्व को सबके सामने लाने की जरूरत है।
आज के कार्यक्रम में कुल 12 कैडेटों को स्वर्ण एवं रजत पदक देकर सम्मानित किया गया जिनमें 5 लड़कियों एवं 7 लड़कों ने पदक प्राप्त किये। राज्यपाल ने कैडेट अग्रेय श्रीवास्तव, रवीन्द्र कुमार, सुमित कुमार राय, चैतन्या राठौर तथा शिखा कुमारी को स्वर्ण पदक तथा कैडेट मनोज गुप्ता, विक्रम सिंह, मोहित कुमार, हरदीप कौर, श्रेष्ठा सक्सेना तथा खुशबू कामकेर को रजत पदक से सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्यपाल को पुस्तक ‘राष्ट्रीय कैडेट कोर - अतीत और संभावनाएं’ की प्रति भी भेंट की गयी।
इस अवसर पर मेजर जनरल आर0जी0आर0 तिवारी ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा एन0सी0सी0 द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों के बारे में संक्षिप्त विवरण भी दिया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष एन0सी0सी0 के कैडेटों ने अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस, अयोध्या की दीपावली तथा अन्य आयोजनों में भी सहयोग किया।