लखनऊ 02 फरवरी, 2018
विधान मण्डलों का मुख्य कार्य सरकारी नीतियों पर बहस, कार्यपालिका पर नियंत्रण, कानूनों का निर्माण और प्रशासन की निगरानी होती है। सदन में इतना समय नहीं मिल पाता है कि गूढ़ विषयों पर विचार विमर्श कर किसी अन्तिम नतीजे पर पहुंचा जा सके। इस कार्य का निष्पादन समितियों के द्वारा किया जाता है। समितियां कार्यपालिका पर प्रभाव डालकर अपना नियंत्रण रख सकती है।
यह बातें श्री हृदय नरायण दीक्षित अध्यक्ष, विधान सभा उ0प्र0 ने आज विधान मण्डल की आवास सम्बन्धी संयुक्त समिति की उद्घाटन बैठक को सम्बोधित करते हुए कही। श्री दीक्षित ने समिति, सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम सब यहां चुनकर आते हैं। समाज के पीड़ित एवं कमजोर तबके की लड़ाई में हम सबको व्यवस्था से लड़ना पड़ता है। इन समितियों में हम जनता की समस्याओं को लेकर कार्यपालिका से तर्क-प्रतितर्क के माध्यम से समस्या के निराकरण के लिए रास्ते निकालते है। समितियों का कार्य प्रशासन को जागरूक करना है। माइक्रो विश्लेषण के माध्यम से हम नौकरशाही को अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक करते है।
श्री दीक्षित ने कहा कि विधान सभा में वाद-विवाद के समय रचनात्मक बहस होनी चाहिए। इधर विधान मण्डलों में हो-हल्ला कर बहस में व्यवधान करने की दुर्भाग्यपूर्ण परम्परा चल पड़ी है। परम्परा से कार्य प्रणाली अपनाने की तीन पद्धतियां है। करणीय, अकरणीय एवं अनुकरणीय। हमें ऐसी परम्पराओ का सृजन करना चाहिए, जो हमारी अगली पीढ़ी के लिए अनुकरणीय हो सके। श्री दीक्षित ने सदस्यों को याद दिलाया कि पहले सदन में वाद-विवाद के समय व्यवधान को बचाने के लिए इस बीच कोई सदस्य सदन में न उठने से भी परहेज करता था। हमंे वही परम्परा बनानी चाहिए। समिति के सदस्यों ने श्री दीक्षित का ध्यान विधायक निवासों में व्याप्त टूट-फूट, गन्दगी एवं अन्य अव्यवस्थाओं की ओर आकृष्ट किया। लोकसभा की भांति वरिष्ठता के आधार पर विधायकों को आवास आवंटन का भी आग्रह किया। उन्होंने राज्य सम्पत्ति विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम गठित करने व विधायक निवासों की समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया।
वरिष्ठ विधान परिषद सदस्य श्री देवेन्द्र सिंह ने श्री दीक्षित का स्वागत करते हुए कहा, बहुत अरसे बाद हमें एक विद्वान, कर्मठ एवं संसदीय परम्पराओं के मर्मज्ञ व्यक्तित्व के धनी अध्यक्ष मिले है। उनके मार्गदर्शन में हम सब सीखंेगे और नई परम्परा के कीर्तिमान स्थापित करेंगे।
इस अवसर पर उ0प्र0 विधान सभा के प्रमुख सचिव श्री प्रदीप कुमार दुबे व अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।