श्रद्धांजलि अर्पित करने जी0पी0ओ0 भी गये राज्यपाल
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राजभवन में आयोजित हुई श्रद्धांजलि सभा
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लखनऊः 30 जनवरी, 2018
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज राजभवन में शहीद दिवस के अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा व चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनके सम्मान में दो मिनट का मौन धारण किया। इस अवसर पर भातखण्डे संगीत संस्थान सम विश्वविद्यालय, लखनऊ के कलाकारों द्वारा बापू के प्रिय भजन व रामधुन प्रस्तुत किये गये। श्रद्धांजलि सभा में राज्यपाल की प्रमुख सचिव सुश्री जूथिका पाटणकर सहित राजभवन के समस्त अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। इससे पूर्व राज्यपाल श्री राम नाईक ने जी0पी0ओ0 पार्क जाकर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा श्रद्धांजलि सभा में प्रतिभाग किया।
राज्यपाल ने श्रद्धांजलि सभा में देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 से स्वतंत्रता प्राप्ति तक शहीद होने वाले सभी ज्ञात एवं अज्ञात शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये कहा कि महात्मा गांधी का परिनिर्वाण दिवस पूरे देश में शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज का दिन विश्व कुष्ठ निवारण दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। महात्मा गांधी ने अपने जीवन में स्वदेशी, खादी, नमक के विरोध में सत्याग्रह किया तथा देश को आजाद कराने के लिये अनेक प्रकार के आंदोलन चलाये। कुष्ठ पीड़ितों की सहायता करने के लिये वे प्रतिबद्ध रहते थे। राज्यपाल ने कहा कि मुझे समाधान है कि मुझे भी कुष्ठ रोगियों के लिये कार्य करने का अवसर मिला और आज भी हर संभव प्रयास करता हूँ। उन्होंने कहा कि आज का दिवस हमें गरीबों की सहायता करने के लिये प्रेरणा देता है।
श्री नाईक ने कहा कि महात्मा गांधी ने ऐसे समाज की कल्पना की थी जिसमें हर व्यक्ति की सुख-समृद्धि हो तथा कहीं भी भ्रष्टाचार न हो। देश स्वालम्बी बने। राज्यपाल ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हम आजाद भारत में रह रहे हैं। राज्यपाल ने प्रार्थना ‘वह शक्ति हमें दो दयानिधान’ की पंक्तियाँ उद्धृत करते हुये कहा कि हम कैसे देश और समाज के हित में और अधिक बेहतर ढंग से कार्य कर सकते हैं। हमें यह विचार करने की जरूरत है कि महात्मा गांधी के जीवन से हमने कितना सीखा और आत्मसात किया है। महात्मा गांधी के परिनिर्वाण दिवस पर देश की रक्षा में शहीद होने वाले सभी बलिदानियों और सैनिकों को याद रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के दिखाये रास्ते पर चलकर हम अपने देश को उत्तम देश बनाने में सहयोग करें।