उ0प्र0 राजकीय निर्माण निगम के नवनियुक्त निदेशक मण्डल की प्रथम बैठक सम्पन्न
जांच रिपोर्ट विलम्बित करने वाले अधिकारियों पर होगी कार्यवाही
उ0प्र0 राजकीय निर्माण निगम की बिगड़ी छवि सुधारने के होंगे प्रयास
उ0प्र0 राजकीय निर्माण निगम के खाली पदों पर शीघ्र भर्ती
लखनऊ: दिनांक:-27 जनवरी, 2018
उ0प्र0 राजकीय निर्माण निगम के निदेशक मण्डल की 184वीं बैठक राजकीय निर्माण निगम के सभाकक्ष मंे निदेशक एवं अध्यक्ष तथा प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई इससे पूर्व निदेशक मण्डल ने राजकीय निर्माण निगम के नव नियुक्त निदेशक एवं अध्यक्ष का स्वागत किया।
उ0प्र0 राजकीय निर्माण निगम के निदेशक मण्डल की प्रथम बैठक के दौरान अध्यक्ष श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हम सभी को मिलकर ऐसे कार्य करने है कि विभाग की बिगड़ी छवि में गुणात्मक सुधार हो सके। इस लिये प्रत्येक कार्य को गति प्रदान करने के लिए सभी प्रकार के विकल्पों पर विचार करें। बैठक में निदेशक मण्डल ने कार्य प्रणाली में सुधार लाने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाए जाने का सुझाव दिया।
निदेशक मण्डल की प्रथम बैठक में विभाग में बढ़ते मुकदमें, लचर कार्य प्रणाली, कार्यों में अनियमितता सम्बन्धी जांचों में विलम्ब, स्टाफ की कमी तथा राजकीय निर्माण निगम की गिरती साख पर विस्तृत चर्चा की गई।
श्री मौर्य ने कार्यों में अनियमितता सम्बन्धी जांचों में आधिकाधिक विलम्ब करने पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जांच हर हाल में यथाशीघ्र करें। खासतौर पर हर हाल में अनियमितता करने वाले व्यक्ति की जांच, सेवा निवृत्ति से पूर्व आनी चाहिए। जानबूझ कर जांच में विलम्ब करने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी तथा विभाग में बढ़ते मुकदमों पर चिन्ता व्यक्त की और शीघ्रातिशीघ्र मुकदमें निस्तारित करने के निर्देश दिए गए।
निदेशक मण्डल ने राजकीय निर्माण निगम के कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि बोर्ड कर्मचारियों के हित में है और सभी बिन्दुओं पर विचार-विमर्श के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। निदेशक मण्डल ने प्रबंध तंत्र को निर्देश दिए कि बिना बोर्ड की सहमति के किसी फर्म अथवा संगठन से कोई समझौता न करें। निदेशक मण्डल ने कड़े शब्दों में कहा कि किसी भी संगठन की उदंडता बर्दाश्त नहीं होगी। नियमों के अंतर्गत मर्यादा में रह कर अधिकारियों के बीच अपनी बात रखे। निदेशक मण्डल सहानुभूति पूर्वक उनकी जायज मांगों पर विचार करेगा।
बैठक में अपर मुख्य सचिव लोक निर्माण विभाग श्री सदाकान्त, विशेष सचिव डा0 राज शेखर, विशेष न्याय राकेश शुक्ला, प्रमुख अभिंयता लोक निर्माण विभाग श्री वी. सिंह, प्रबंध निदेशक राज्य सेतु निगम राजन मित्तल, प्रबंध निदेशक राजकीय निर्माण निगम विश्व दीपक सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।