सुरेन्द्र अग्निहोत्री लखनऊ ,चारबाग लखनऊ स्थित, बाल संग्रहालय लाॅन में आज दिनांक 25.01.2018 को उ0प्र0 खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड लखनऊ द्वारा 15 दिवसीय राज्य स्तरीय खादी तथा ग्रामोद्योगी प्रदर्षनी का उद्घाटन प्रदेष सरकार के कबीना मंत्री श्री सत्यदेव पचैरी द्वारा को अपराह्न 2ः00 बजे, मुख्य द्वार पर फीता काटकर किया गया। दिनांक 25.01.2018 से 07.02.2018 तक होने वाली इस प्रदर्षनी का आयोजन ‘‘एक जनपद एक उत्पाद’’ की थीम पर किया गया है।
प्रदर्षनी के उद्घाटन के साथ ही मा0 मंत्री/मुख्य अतिथि द्वारा राश्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया तत्पष्चात प्रदर्षनी में उपस्थित अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा महात्मा गांॅधी की प्रतिमा पर पुश्प अर्पित किये गये एवं प्रदर्षनी का अवलोकन भी किया गया। प्रदर्षनी कार्यक्रम का षुभारम्भ मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। इस अवसर पर श्री अविनाष त्रिवेदी, मा0 विधायक, बक्षी का तालाब भी उपस्थित हुए। मुख्य अतिथि एवं अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत माल्यार्पण से किया गया। कार्यक्रम की षुरूआत गणेष वन्दना के साथ हुई तत्पष्चात् अतिथिगणों का स्वागत स्वागत गीत प्रस्तुत कर किया गया। इसके पश्चात राश्ट्रीय कथक संस्थान लखनऊ के कलाकारों द्वारा मनमोहक प्रस्तुति दी गई साथ ही अन्य रंगारंग कार्यक्रमोें का आयोजन भी किया गया।
अपने उद्बोधन में उ0प्र0 खादी तथा ग्रामोद्येाग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्री अविनाष कृश्ण सिंह, द्वारा ‘‘पं0 दीनदयाल ग्रामोद्योग रोजगार योजना’’ (षीघ्र ही प्रारम्भ) के बारे मे विस्तार से बताया गया कि, इस योजना के अन्तर्गत उत्तर प्रदेष के पूर्वांचल तथा बुन्देलखण्ड में आने वाले 24 जनपदों में ‘‘एक जनपद-एक उत्पाद’’ के अन्तर्गत चिन्हित उद्योगों को वरीयता दी जायेगी। योजना के क्रियान्वयन से पूर्वांचल तथा बुन्देलखण्ड क्षेत्र के जनपदों के अन्तर्गत स्थापित लगभग 4500 इकाईयाॅं लाभान्वित होंगी। इस योजना मे स्थापित इकाईयों को अधिकतम 13 प्रतिषत ब्याज उपादान का लाभ एवं 3 वर्शों तक उक्त सुविधा अनुमन्य होगी। इसके अन्तर्गत खनिज, वन, कृशि, खाद्य, बहुलक-रसायन, इन्जीनियरिंग व गैर परम्परागत ऊर्जा तथा वस्त्र और सेवा आधारित उद्योग पात्र सम्भावित उद्योग समूह के रूप में होंगे।
खादी नीति के बारे में अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा कि, आज खादी एवं ग्रामोद्योग के उत्पादों एवं योजनाओं को जन सामान्य तक पहॅंुचाने व उनकी गुणवत्ता सुनिष्चित कराने हेतु नयी विस्तृत खादी तथा ग्रामोद्योग विकास एवं सतत् स्वरोजगार प्रोत्साहन नीति बनाई जा रही है।
खादी कामगारांे के सम्बन्ध में मुख्य अतिथि मा0 मंत्री श्री सत्यदेव पचैरी द्वारा बताया गया कि, पिछली सरकारों द्वारा पूर्व मेें खादी वस्त्रों की बिक्री पर मात्र 10 प्रतिषत रिबेट की व्यवस्था की गई थी। जो कि 2 अक्टूबर, से 108 कार्य दिवसों हेतु मान्य होती थीं। जिसको मा0 मुख्यमंत्री के मार्गदर्षन में 10 प्रतिषत से बढ़ाकर 15 प्रतिषत किया गया है, जो कि 108 कार्य दिवसों के स्थान पर पूरे वर्श भर लागू रहेगी जिसमें से 5 प्रतिषत सीधे कत्तिनों एवं बुनकरों को उपलब्ध कराई जायेगी। इससे खादी का काम करने वाले पिछड़े व गरीब वर्ग को सीधे लाभ मिलेगा। इस मौके पर विभाग के अन्य वरिश्ठ अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित रहे।