लोक सभा, विधान सभा, ग्राम पंचायत एवं शहरी निकाय की एक मतदाता सूची पर विचार किया जाये - श्री नाईक
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लखनऊः 25 जनवरी, 2018
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज संत गाडगे प्रेक्षागृह में ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2018’ का उद्घाटन किया। कार्यक्रम का आयोजन मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश श्री एल0 वेंकटेश्वर लू द्वारा किया गया था। इस अवसर पर राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री मनोज कुमार, श्री गोविन्द राजू एन0एस0, संयुक्त निर्वाचन अधिकारी श्री रमेश राय सहित स्कूली छात्र-छात्रायें उपस्थित थे। कार्यक्रम में राज्यपाल ने व्यवस्थित एवं शांतिपूर्ण ढंग से विधान सभा चुनाव सम्पन्न कराने वाले विभिन्न जनपद के अधिकारियों को सम्मानित भी किया।
राज्यपाल ने सुझाव दिया कि लोक सभा, विधान सभा, ग्राम पंचायत एवं शहरी निकाय की एक मतदाता सूची होने पर विचार किया जाये। एक मतदाता सूची के लिये जो भी प्रक्रिया अपनाई जानी हो उस पर चुनाव आयोग, केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार मंथन करें। कई बार लोग शिकायत करते हैं कि विधान सभा निर्वाचन में उन्होंने मतदान किया था किन्तु ग्राम पंचायत एवं शहरी निकाय की मतदाता सूची में उनका नाम नहीं था। चुनाव डयूटी में लगे कर्मी, जो मतदान नहीं कर पाते, उनके लिए मतदान की प्रक्रिया का सरलीकरण होना चाहिए। 2019 में होने वाले लोक सभा चुनाव में शत प्रतिशत योग्य मतदाता सूची बने तथा ठीक प्रकार से मतदाता सूची में नाम अंकित हो। उन्होंने कहा कि मतदान से कोई वंचित न हो, इसका ध्यान रखा जाये।
श्री नाईक ने कहा कि भारत सबसे बड़ा जनतंत्र है। संविधान ने भारत के सभी व्यस्क नागरिकों को मतदान का अधिकार दिया है। मताधिकार का उपयोग करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने वाले व्यस्कों को मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करना चाहिए। मतदान का अधिकार मिले और मतदान न करें, यह उचित नहीं है। जागरूक जनतंत्र में मतदान का अपना महत्व होता है। सरकारें मतदान के आधार पर बनती हैं। राज्यपाल ने बताया कि 1998 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में 23 पार्टियों के सहयोग से सरकार बनी थी। अविश्वास प्रस्ताव आने पर सरकार गिर गयी जिससे एक वोट का महत्व पता चलता है। उन्होंने कहा कि एक वोट से सरकारें बनती और बिगड़ती हैं।
राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री मनोज कुमार ने कहा कि संविधान की सबसे महत्वपूर्ण देन है मतदान का अधिकार। मतदान के महत्व को हमें समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि सामाजिक बदलाव का सबसे बड़ा साधन है मतदान।
मुख्य निर्वाचन अधिकरी श्री वेंकटेश्वर लू ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कार्यक्रम का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि संविधान के निर्माण करने वाले महापुरूषों ने मतदान का अधिकार दिया है। मतदान का महत्व समझें तथा उनके सपनों को साकार करने के लिये मतदान करें।
इस अवसर पर राज्यपाल ने विधान सभा चुनाव 2017 को व्यवस्थित और शांतिपूर्ण ढंग से कराने वाले महानिरीक्षक कानून एवं व्यवस्था श्री हरिराम शर्मा, आई0जी0 श्री रमित शर्मा, पूर्व जिलाधिकारी इलाहाबाद श्री संजय कुमार, श्री योगेश्वर राम मिश्र, श्री वैभव श्रीवास्तव, श्री दिनेश चन्द्रा, श्री राम केवल तिवारी, श्री समीर वर्मा, एन0आई0सी0 के महानिदेशक श्री सौरभ गुप्ता सहित अन्य लोगों को भी स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। राज्यपाल ने मतदाता दिवस पर ‘शपथ’ दिलायी तथा प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।