(1) समस्त देशवासियों, वीर जवानों, मेहनतकश लोगों व ख़ासकर उत्तर प्रदेश की समस्त जनता को 69वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें।
(2) अति-मानवीय व कल्याणकारी व अनुपम भारतीय संविधान के लागू होने के दिन खासकर यह आकलन करने का समय है कि इस संविधान के पवित्र उद्देश्यों के तहत् मानवीय लक्ष्यों को हासिल करने में देश ने कितनी सफलता प्राप्त की है, देश में कितनी ग़़रीबी, बेरोज़गारी, जातिवादी शोषण व जुल्म-ज्यादती आदि दूर हुई है तथा सामाजिक न्याय व आर्थिक समानता अर्थात सामाजिक लोकतंत्र के क्षेत्र में देश ने कितना संतोषजनक काम किया है? अर्थात विभिन्न सरकारों ने अब तक इस संविधान को कितना सफल बनाया है अथवा विफल किया है?
(3) यह शायद पहला मौका है जब गणतंत्र दिवस पर देश के सामने इतनी ज़्यादा हिंसा, उग्रता व अव्यवस्था समस्त देशवासियों को चिन्तित किये हुये है, जिसके लिये कोई और नहीं बल्कि स्वयं बीजेपी सरकारों की अपनी जातिवादी, साम्प्रदायिक व जनविरोधी नीतियाँ व कार्यप्रणाली ही जिम्मेदार हैं: बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी।
लखनऊ, 25 जनवरी 2018: बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी ने समस्त देशवासियों, वीर जवानों, मेहनतकश लोगों व ख़ासकर उत्तर प्रदेश की समस्त जनता को 69वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें दी है तथा कामना की है कि इन सबके जीवन में वे सारी खुशियाँ व तरक्की आये जिसकी कल्पना संविधान को लागू करते समय की गयी थी।
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शुभकामना संदेश में उन्होंने कहा कि परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की अथक मेहनत व मानवता के प्रति उनकी ज़बर्दस्त सूझ-बूझ, दूरदृष्टि एवं देशहित की समतामूलक धर्मनिरपेक्ष सोच के फलस्वरूप बना अति-मानवीय व कल्याणकारी संविधान आज ही के दिन से देश में लागू हुआ था और यही पवित्र संविधान ही देश की समस्त आमजनता की असली विरासत, प्रेरणा व शक्ति है जिसे बचाये रखने की चुनौती आज देश के समस्त सवा सौ करोड़ जनता के सामने उठ खड़ी हुयी है।
इसके साथ ही ख़ासकर वर्तमान हालात के मद्देनजर यही वह दिन है कि जब यह आकलन करना बहुत जरूरी हो गया है कि देश के अनुपम संविधान के अनुरूप मानवीय लक्ष्यों को हासिल करने में कितनी सफलता प्राप्त हुयी है? साथ ही देश में ग़रीबी, बेरोज़गारी जातिवादी शोषण व जुल्म-ज्यादती आदि कितनी दूर हुई है तथा सामाजिक न्याय व आर्थिक समानता के क्षेत्र में देश ने कितना संतोषजनक काम किया है?
सुश्री मायावती जी ने कहा कि यह शायद पहला मौका है जब गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश के सामने इतनी ज़्यादा हिंसा, उग्रता व अव्यवस्था छायी हुयी है जो समस्त देशवासियों को चिन्तित किये हुये है, जिसके लिये कोई और नहीं बल्कि स्वयं बीजेपी सरकार की अपनी गलत जातिवादी, साम्प्रदायिक व जनविरोधी नीतियाँ व कार्यप्रणाली ही पूरे तौर से जिम्मेदार हैं और इससे छुटकारा पाने के लिये आने वाले समय में देश को पूर्ण रूप से ’’सर्वजन हिताय व सर्वजन सुुखाय’’ के लिये काम करने वाली ही सरकार की जरूरत है जिसमें ही देश, प्रदेश व आमजनता का हित निहित है।
जारीकर्ता:
बी.एस.पी. राज्य कार्यालय उ.प्र.
12 माल ऐवेन्यू, लखनऊ