गांव-गरीब और किसानों की बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी का चेहरा आज देश की जनता के सामने फिर एक बार बेनकाब हो गया हैं जब केन्द्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने आजादी के बाद से ही दूरदर्शन के कार्यक्रमों को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए सरकार ने कोई भी शुल्क निर्धारित नहीं किया था, किन्तु मौजूदा केन्द्र सरकार ने गांव और गरीबों से इस अधिकार को छीनकर अपनी गरीब विरोधी मानसिकता को उजागर कर दिया है।
कंाग्रेस विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह ने आज जारी बयान में कहा कि गांव में रहने वाले प्रदेशवासी गरीब/झुग्गी वाले, किसान जो दूरदर्शन चैनल बिना किसी पैसा अदा किये परम्परागत तरीको से एंटीना आदि लगाकर देख रहे थे अब उन्हें मौजूदा सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी के नये फरमान के बाद 300 से लेकर 500 रूपये माहवार खर्च करना पड़ेगा।
श्री सिंह ने कहा कि सूचना प्रसारण मंत्री के इस आदेश से एंटीना आदि लगाकर दिखाये जाने वाले दूरर्शनन के कार्यक्रमों को प्रसार भारती ने रोक लगा दी है। जिससे गांव और गरीब की बात करने वाले मोदी सरकार द्वारा उठाये गये इस कदम से सिर्फ अति गरीबों को ही परेशानी होगी और उन्हें चैनल देखने के लिए अपनी गाढ़ी कमाई का पैसा खर्च करना पड़ेगा तथा दूरदर्शन के चैनलों से भी उन्हें अब पूरी तरह वंचित होना पड़ेगा।