नोयडा 20.01.2018। श्री आलोक कुमार, ;प्।ैद्ध अध्यक्ष उ0प्र0 पावर कारपोरेशन एवं प्रमुख सचिव (ऊर्जा) उ0प्र0 शासन की अध्यक्षता एवं श्री कमल सक्सेना ए0डी0जी0 (विजिलेंस), उ0प्र0 पावर कारपोरेशन लि0, लखनऊ श्रीमती अर्पणा यू ;प्।ैद्ध प्रबन्ध निदेशक उ0प्र0 पावर कारपोरेशन लि0, लखनऊ, की गरिमामयी उपस्थिति में भारत सरकार की योजना उदय के सम्बन्ध में एक कार्यशाला “उदय यात्रा” का आयोजन दिनांक 20.01.2018 को पाॅवर मैनंेजमेंट इंस्टीट्यूट सेक्टर 16-ए, नोयड़ा में किया गया।
कार्यशाला “उदय यात्रा” का षुभारम्भ मुख्य अतिथि पं0 श्रीकांत शर्मा, माननीय ऊर्जा मंत्री उ0प्र0 षासन, के कर कमलो द्वारा किया गया। मुख्य भाषण में माननीय मंत्री जी द्वारा कहा गया कि उदय योजना के क्रियान्वयन को सुविधाजनक बनाने में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना होगा। योजना के सभी पहलुओं पर कार्य करने की आवश्यकता है जिससे कि आने वाले समय में उपभोक्ताओं को 24 घण्टे बिजली देने के साथ-साथ कारपोरेशन की लाईन हानियों को सीमित किया जा सके।
एक दिवसीय कार्यषाला के षुभारम्भ के अवसर माननीय ऊर्जा मंत्री, द्वारा षहरी एवं ग्रामीण फीडरों पर विषेष ध्यान देने हेतु निर्देषित किया जिससे कि उपभोक्ताओं को बाधारहित विद्युत आपूर्ति सुनिष्चित कराई जा सके। इस सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि हम सभी सौभाग्यषाली है कि माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा हर घर बिजली योजना (सौभाग्य) लागू की गई है। अब हर घर को रोषन किया जा सकेगा। इस सम्बन्ध में अधिकारियों को निर्देषित किया गया कि सौभाग्य योजना के अन्तर्गत सभी संयोजन मीटर लगाकर दिये जायें।
इस अवसर पर मा0 ऊर्जामंत्री, द्वारा कार्यशाला में प्रतिभाग करने आये प्रदेश भर के सभी डिस्काम के समस्त प्रबन्ध निदेशक, निदेशकगण एवं क्षेत्रीय मुख्य अभियन्ताओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि प्रत्येक डिस्काॅम को अपनी तकनीकी क्षमता का अनुकूल उपयोग के साथ विद्युत चोरी पर लगाम लगाने हेतु साकारात्मक प्रयास सर्वोच्च प्राथमिकता पर करना होगा। इस सम्बन्ध में उन्होंने कन्ज्यूमर टर्न-अप रेशियों बढ़ाने एवं थ्रू रेट बढ़ाने हेतु सार्थक प्रयास करने हेतु निर्देशित किया।
माननीय उर्जामंत्री उ0प्र0 शासन द्वारा कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करने हेतु अपना बहुमूल्य समय देने पर अध्यक्ष उ0प्र0 पावर कारपोरेशन एवं प्रमुख सचिव (ऊर्जा), द्वारा माननीय मंत्री जी का विशेष आभार व्यक्त किया गया। साथ ही साथ सभी उपस्थित आधिकारियों से बिजली कम्पनियों का टर्न अराउण्ड करने का आह्वाहन किया।
अधिकारियों को सम्बोधित करते हुये मानीनय ऊर्जा मंत्री जी द्वारा कहा गया कि वर्तमान सरकार ने ऊर्जा क्षेत्र में स्वतंत्रता से कार्य करने की आजादी दी है। हम उपभोक्ता फ्रेंडली कैसे बने। उपभोक्ता की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर किया जाना हमारा परम कर्तव्य है। अधिकारियों का सम्बोधित करते हुये उन्होने कहा कि सभी को अपना टास्क पता है। लाईन लास हमें हर हाल में कम किये जाने है। ऊर्जा क्षेत्र के विकास के सम्बन्ध में उन्होने कहा कि वर्तमान में अधिकारियों द्वारा अच्छा कार्य किया जा रहा है और भविष्य में ओर अच्छा कार्य करके हमें सरकार की अपेक्षाओं को पूरा करने हेतु ओर सुधार की आवष्यकता है। ईमानदार उपभोक्ताओं के संयोजन बिना नोटिस के विच्छेदित नही किये जाये। उपभोक्ताओं को समय से व सही बिल दिया जाना विभाग की प्राथमिकता होनी चाहिये।
कार्यषाला में अधिकारियों को सम्बोधित करते हुये उन्होने कहा कि सरकार का उद्देष्य स्पष्ट है भविष्य में उत्तर प्रदेष में बिजली सस्ती करने के लिये लाईन लास 15 प्रतिषत तक कम करने होगे। उ0प्र0 षासन द्वारा बिजली क्षेत्र में इनेसेटिव लेकर जनपदवार विद्युत के अलग थाने फरवरी के अंत तक खोले जाने प्रस्तावित है जिससे कि विद्युत चोरी पर लगाम लगेगी। विद्युत चोरी रोकने हेतु प्रवर्तन दलों का गठन किया गया है।
इस सम्बन्ध में अध्यक्ष उ0प्र0 पावर कारपोरेषन द्वारा माननीय ऊर्जा मंत्री जी को आष्वासन दिया कि 10 किलोवाट तक के सभी कनेक्षन लेने वाले उपभोक्ताओं को सहजता से बिना किसी परेषानी के कार्यालय में आमंत्रित कर मात्र 6 दिवसों में संयोजन प्राथमिकता पर निर्गत किये जायेगें। इस सम्बन्ध में उन्होंने समस्त डिस्काम के अधिकारियों को आई0टी0 (इन्फोरमेषन टेक्नोलोजी) का अधिक से अधिक उपयोग करने को निर्देषित किया।
कार्यशाला में ए0डी0जी0 (विजिलेंस) उ0प्र0 पावर कारपोरेशन लि0, लखनऊ, द्वारा महत्वपूर्ण विषय पर कार्यशाला के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की। इस अवसर पर उन्होने कहा कि विद्युत लाईन हानियां कम करने हेतु विद्युत चोरी पर लगाम लगाने हेतु व्यवस्थित रूप से विजिलेंस टीम का गठन कर एवं यूटिलिटी इंजीनियर्स के साथ समन्वय स्थापित कर कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
उदय एक व्यापक डिस्काम पुनर्रचना योजना है जिसके अन्तर्गत बिजली वितरण कंपनियों क्षमता में सुधार। बिजली की लागत में कमी। वितरण कंपनियों की व्याज लागत में कमी। राज्य वित्त के साथ समन्वय के माध्यम से वितरण कंपनियों पर वित्तीय अनुशासन लागू करना। उल्लेखनीय है कि राज्यों द्वारा वितरण कंपनियों को भविष्य में होने वाली हानि का श्रेणीबद्ध ढंग से अधिग्रहण किया जाएगा इन योजनाओं में शामिल हैं-दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डी0डी0यू0जी0जे0वाई0), समेकित बिजली विकास योजना (आई0पी0डी0एस0), विद्युत क्षेत्र विकास कोष (पी0एस0डी0एफ0) अथवा विद्युत मंत्रालय और नवीन एवं अक्षय ऊर्जा मंत्रालय की इसी तरह की अन्य योजनाएं शामिल हैं।
कार्यशाला में उपरोक्त चारो डिस्काम के निदेशक वाणिज्य ने अपने-अपने डिस्काम के टर्न अराउण्ड प्लान का प्रस्तुतीकरण किया। इस सम्बन्ध में श्री अरविन्द राजवेदी निदेशक (वा0), पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि0, द्वारा डिस्काम की लाईन हानियों को एक वर्ष में समाप्त करने के प्लान का प्रस्तुतीकरण किया।
इस अवसर पर गेस्ट स्पीकर श्री अनिल सरदाना, प्रबन्ध निदेषक, टाटा पावर, श्री पी0के0 पुजारी, पूर्व सचिव ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा उपस्थित अधिकारियों को ऊर्जा क्षेत्र में सम्भावनायें एवं चुनौती के सम्बन्ध में विस्तार से सम्बोधित किया गया।
इस अवसर पर श्रीमती सौम्या अग्रवाल, ;प्।ैद्ध प्रबन्ध निदेशक, केस्को, कानपुर, श्री आशुतोष निरंजन, ;प्।ैद्ध प्रबन्ध निदेशक, पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि0, मेरठ, श्री अतुल कुमार निगम, प्रबन्ध निदेशक, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लि0, वाराणसी, श्री एस0के0 वर्मा, प्रबन्ध निदेशक, दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लि0, आगरा, श्री ए0पी0 सिंह, प्रबन्ध निदेशक, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लि0, लखनऊ, एवं सभी डिस्काॅम के निदेशकगण तथा मुख्य अभियन्ता एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी/अधिकारिक गण उपस्थित रहे।