शहरी बेघरों हेतु अपूर्ण शेल्टर होम्स को शीघ्र ही पूर्ण करायें -निदेशक, सूडा
लखनऊ 17 जनवरी , 2018
निदेशक, सूडा उ0प्र0 श्री देवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने कहा है कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अन्तर्गत 31 जनवरी, 2018 तक 1 लाख आवासों निर्माणाधीन की ‘‘जियो टैंगिंग’’ सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यों को तेजी से पूरा करने के लिए रोज अनुश्रवण किया जाए। उन्होंने यह भी कहा है कि इस योजना के तहत किसी भी लाभार्थी से अवैध वसूली की सूचना मिलने पर संबंधित अधिकारी कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
सूडा निदेशक, कल मंगलवार को सूडा के सभागार में संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शहरी गरीबों के लिए निर्मित कराये जा रहे अपूर्ण शेल्टर होम्स को प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराया जाए। बैठक में बताया गया कि अब तक 50 नये शेल्टर होम्स के निर्माण कार्य पूरे कराये जा चुके हैं, जिसमें से 46 शेल्टर होम क्रियाशील हो चुके हैं।
श्री पाण्डेय ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि सभी परियोजना अधिकारी इस योजना के संबंध में जारी किये गये नये शासनादेश के अनुसार लाभार्थी आधारित व्यक्ति निर्माण बी0एल0सी0एन0 (एन) लाभार्थी को शुरूआती दौर में 50 हजार रुपये की धनराशि नीव व अन्य कार्यों हेतु प्रदान की जाय। इसके पश्चात इण्टर लेवल पर 1 लाख 50 हजार की धनराशि दी जाए। अंत में फिनीशिंग कार्य हेतु 50 हजार रुपये की धनराशि दी जाए।
निदेशक, सूडा ने दीनदयाल अन्त्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि स्वरोजगार कार्यक्रम के अन्तर्गत अधिक से अधिक पात्र व्यक्तियों को बैंकों द्वारा ऋण उपलब्ध करायी जाए। प्रशिक्षित लाभार्थियों को प्लेसमेन्ट उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास किये जायें। इसके साथ ही इन्हें विभिन्न रोजगारों से जोड़ने के लिए प्रेरित किया जाए।
बैठक में बताया गया कि आजीविका मिशन के उपघटक स्वरोजगार कार्यक्रम के अन्तर्गत दिसम्बर, 2017 तक 7972 शहरी गरीब एवं 127 समूहों को स्वरोगार हेतु ऋण उपलब्ध कराया गया। इसके अलावा 5778 स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया तथा 3295 स्वयं सहायता समूहों को रिवाल्विंग फण्ड प्रदान किया गया। योजना के तहत प्रदेश 56 शहरी आजीविका केन्द्र संचालित किये जा रहे हैं, जिसके अन्तर्गत शहरी लोगों को उनकी जरूरत के मुताबिक प्लम्बर, इलेक्ट्रीशियन, मोटर साइकिल/कार मैकेनिक आदि की सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं।
इस समीक्षा बैठक में नगर विकास विभाग के सलाहकार श्री केशव वर्मा, समस्त डूडा के परियोजना अधिकारी/सहायक परियोजना अधिकारी मौजूद थे।