Categorized | वाराणसी

काशी के सभी धर्म - गुरुजनों ने ली शपथ, सौर ऊर्जा से दूर करेंगे वायु प्रदूषण का अंधियारा

Posted on 17 January 2018 by admin

· सौर ऊर्जा से कार्बन खपत करेंगे कम, सर्व धर्म संवाद में लिया गया निर्णय

· वायु प्रदूषण के सवाल पर काशी का धार्मिक समाज प्रतिबद्ध,

· सौर ऊर्जा के अधिकाधिक उपयोग के आवाहन से स्वच्छ करेंगे आबोहवा,

आज दिनांक 17 जनवरी 2018 को अस्मिता चाइल्ड लाइन सिगरा के सभागार में 100 प्रतिशत उत्तर प्रदेश अभियान के अंतर्गत एक अंतर्धार्मिक संवाद का आयोजन किया गया. यह अंतर्धार्मिक सम्वाद मुख्य रूप से “सौर ऊर्जा वायु प्रदूषण का समाधान” विषय पर केन्द्रित रही. इस अंतर्धार्मिक संवाद में वाराणसी एवं आस पास के जिलों से कूल 10 विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधि शामिल हुए. सभी प्रतिनिधियों ने संवाद के दौरान यह शपथ ली कि उनके द्वारा सभी धर्मावलम्बियों के बीच सौर ऊर्जा के अधिकतम उपयोग की अपील की जायेगी, और साथ ही यथा संभव स्वयं भी अपने धार्मिक परिसरों के लिए भी छतों पर सौर ऊर्जा घर को बढ़ावा दिया जाएगा. संवाद के दौरान सभी धर्मों के प्रतिनिधियों ने यह स्वीकार किया की सूर्य सभी धर्मों में उपासना और शक्ति का प्रतीक है. इस प्रतीक को ही अब जीवन से जुड़े सभी आयामों में अधिकतम उपयोग में लाना होगा और कोयला और डीजल आधारित सभी कार्यों में सौर ऊर्जा को ही प्रमुख इंधन के रूप में स्थापित करना होगा.

इस अंतर्धार्मिक संवाद का आयोजन 100 प्रतिशत ऊतर प्रदेश अभियान की ओर से भू सेवा जल सेवा अभियान, सर्वोदय विकास समिति और क्लाइमेट एजेंडा (केयर 4 एयर), के द्वारा किया गया. इस अभियान की मुख्य अभियानकर्ता एकता शेखर ने बताया कि पिछले 2 वर्षों में राजनैतिक दलों, सामाजिक संस्थाओं, व्यापार मंडलों, महिला मंडलों, छात्र नौजवान आदि विभिन्न सामुदायिक समूहों के बीच वायु प्रदूषण को कम किये जाने की कोशिशों के सन्दर्भ में 50 से अधिक वार्ताएं आयोजित की गयी हैं. इन आयोजनों का मकसद मुख्य रूप से आम जनता में जागरूकता लाना और राज्य एवं केंद्र सरकार के साथ इस विषय पर नीतिगत पैरोकारी करना रहा है. एकता ने बताया कि सौर ऊर्जा के बारे में बहुत सी भ्रामक बाते समाज में चलन में हैं, जैसे, यह बारिश या बादल के दिनों में काम नहीं करता या सौर ऊर्जा की मदद से केवल छोटे मोटे काम ही किये जा सकते हैं. इन आयोजनों का एक मकसद यह भी है कि इन भ्रांतियों को दूर किया जा सके.

इस अंतर्धार्मिक संवाद में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से प्रो सुधाकर मिश्रा जी, मुफ़्ती ए बनारस मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी जी, सूफी संत मौलाना हारुन नक्शबंदी, श्रद्धेय फादर पी. विक्टर, प्रधानाचार्य, हार्टमन इंटर कॉलेज, हार्टमनपुर, गाजीपुर, श्रीमति गोडसी मोकबलपुर, बहाई समुदाय, ग्रंथी अमनप्रीत सिंह, नीचीबाग गुरुद्वारा, डॉ कमलेश कुमार जैन, जैन धर्म गुरु, डॉ सुमेध थेरो, सचिव, महाबोधी सोसायटी ऑफ इंडिया, श्रीमान देवेंद्र दास जी, कबीर मूलगादी मठ, श्रीमान प्रमोद कुमार आर्य, आर्य समाज मंदिर मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहे.

संवाद के आरम्भ में विषय प्रवेश करते हुए आयोजकों की ओर से फादर आनंद ने बताया कि उत्तर प्रदेश की हाल ही में घोषित सौर ऊर्जा नीति में सन 2022 तक कूल 10,700मेगावाट बिजली बनाने का लक्ष्य रखा गया है. वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगर इन सारे लक्ष्यों को हासिल कर लिया गया तो इससे आने वाले वर्षों में कूल 1 करोड़ 56 लाख 69हज़ार 250 टन कार्बन उत्सर्जन कम किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि इस नीति के तहत अपने घरों की छत पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने पर सरकार की ओर से 15000 रुपये प्रति किलोवाट का अनुदान घोषित किया गया है. साथ ही, घरों में लगे संयंत्र से आवश्यक मात्रा से अधिक बिजली का उत्पादन होने की स्थिति में इसे ग्रीड में बेचे जा सकने का भी प्रावधान है.

धन्यवाद ज्ञापित करते हुए श्री सतीश सिंह ने कहा कि समाज के विभिन्न तबकों को जोड़ते हुए वायु प्रदूषण से निजात पाने की यह कोशिश लाजवाब है और इस प्रक्रिया को निरंतर आगे बढाए जाने की जरूरत है. उन्होंने जोर देते हुए बताया कि पर्यावरणीय सवालों पर ऐसे अंतर्धार्मिक समाज को नेत्रित्वकारी भूमिका में लाना एक उम्दा प्रयास है. सभी धर्म गुरु जनों का एक मंच पर आ कर वायु प्रदूषण के खिलाफ साझी रणनीति बनाने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया.

इस अंतर्धार्मिक संवाद में मुख्य रूप से प्रेरणा कला मंच के साथियों के अलावा फादर दिलराज, फादर महेशानंद, डा इंदु, जागृति राही, माँ भारती, डा आनंद प्रकाश तिवारी, अनूप श्रमिक, मुकेश उपाध्याय, फादर दयाकर, महेंद्र राठौर, मुकेश झांझरवाला, रानी तिवारी, श्वेता सिंह, प्रीतम, आदि मौजूद रहे.

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.

Advertise Here

Advertise Here

 

November 2024
M T W T F S S
« Sep    
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930  
-->









 Type in