विद्युत कार्यों में शिथिलता के लिये कार्यदायी संस्थाओं को ऊर्जा मंत्री की चेतावनी
लखनऊः 16 जनवरी, 2018, प्रदेश के ऊर्जा मंत्री पं0 श्रीकान्त शर्मा ने ‘पावर फाॅर आॅल’ एवं ‘सौभाग्य योजना’ के अन्तर्गत हो रहे कार्यो में तेजी लानें के निर्देश दिये। उन्होंने आज यहाँ शक्ति भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों को चेतावनी देते हुये कहा कि इन योजनाओं के संचालन में समयबद्धता, पारदर्शिता एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाये। जो लोग लापरवाही या गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखेंगे उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी।
बैठक में प्रदेश भर के विद्युत विभाग के अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुये उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हर गरीब के घर में विद्युत पहॅुचाने का पुनीत कार्य कर रही है। इस कार्य में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाये। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्य में देरी नहीं होनी चाहिए। हर कार्य अपने निश्चित समय पर पूरा हो। किसी को भी यदि कहीं किसी स्तर पर परेशान किया जाता है तो वह इसकी जानकारी कारपोरेशन के प्रबन्ध निदेशक, अध्यक्ष और उसके बाद मुझसे मिलकर करें। उन्होंने कहा कि हर कार्य में पारदर्शिता रहनी चाहिए।
ऊर्जी मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि कार्यदायी संस्थाओं का किसी भी स्तर पर उत्पीड़न नहीं होनी चाहिए। जो बेहतर कार्य कर रहे हैं उनको प्रोत्साहित करिये और जो बेहतर परिणाम नहीं दे रहें हैं, जिनका कार्य शिथिल या गुणवत्तापरक नहीं है उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी के भी मूल्यांकन का आधार केवल उसका बेहतर कार्य है किसी भी स्तर पर शिफारिश या अन्य किसी भी चीज से काम नहीं चलेगा। पूर्व में आप लोगों का जो भी अनुभव हो पर यह सरकार भ्रष्टाचार में जीरो टाॅलरेन्स की नीति पर चल रही है। सभी लोग नैतिकता एवं जिम्मेदारी पूर्वक कार्य करें।
श्री शर्मा ने कहा कि इस बैठक का उद्ेश्य सभी के बीच परस्पर तालमेल बैठाकर कार्य के लिये प्रोत्साहित करना था। पिछले 70 साल में ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 60 लाख विद्युत कनेक्शन दिये गये। जबकि केवल 2018 के इस वर्ष ही ग्रामीण क्षेत्रों में एक करोड़ से अधिक कनेक्शन दिये जाने का लक्ष्य है जो कि हम सभी के लिए एक चुनौती पूर्ण कार्य है।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि इस लक्ष्य को पूरा करने के लिये सभी लोगों को दिन रात कार्य करना पड़ेगा। बैठक में उन्होंने मैनपुरी, हरदोई, बहराइच, गोण्डा, मुजफ्फरनगर, आगरा, बिजनौर, कन्नौज, उन्नाव, एटा, नोएडा, गाजियाबाद, झांसी एवं इटावा, आदि जनपदों में किये जा रहे विद्युत कार्यों में शिथिलता के लिये कार्यदायी संस्थाओं को चेतावनी भी दी। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि जो कार्य नहीं कर पा रहे हैं उनके विरूद्ध प्रभावी कार्यवाई सुनिश्चित की जाये।
ऊर्जा मंत्री ने कार्यदायी संस्थाओं को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर यदि बेहतर कार्य करने वाली संस्थाओं का भुगतान जान बूझकर रोका गया और उसकी शिकायत पहुँची तो जिम्मेदार अधिकारी के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने डार्क जोन में निजी नलकूपों के ऊर्जीकरण में पहले आओ पहले पाओ की नीति के अनुसार तत्काल कनेक्शन स्वीकृत करने के निर्देश दिये।
प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री आलोक कुमार ने ऊर्जा मंत्री को इस बात के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि आपने जो भी निर्देश दिये हैं उनका पालन सुनिश्चित किया जायेगा। प्रमुख सचिव ने कहा कि कार्य की गुणवत्ता, समयबद्धता और परदर्शिता सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी विभागीय अधिकारियों की है इसलिये डिस्काम के प्रबन्ध निदेशक से लेकर नीचे के अधिकारी लगातार सजगता बरतें और प्रभावी मानीटरिंग सुनिश्चित करें।
शक्ति भवन के 15वें तल पर सम्पन्न इस बैठक में प्रबन्ध निदेशक अपर्णा यू एवं निदेशक वितरण सहित सभी प्रबन्ध निदेशक, मुख्य अभियन्ता तथा अधीक्षण अभियन्ता एवं कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री