देश एवं विदेश के सुप्रसिद्ध शायर मरहूम अनवर जलालपुरी की स्मृति में एक शोक सभा आज उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग द्वारा स्थानीय प्रेस क्लब, लखनऊ में उ0प्र0 कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन हाजी सिराज मेंहदी पूर्व एमएलसी की अध्यक्षता में आयोजित की गयी। शोक सभा में मुख्य अतिथि के रूप में उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री राजबब्बर जी सांसद मौजूद रह
प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन हाजी सिराज मेंहदी ने बताया कि शोकसभा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री राजबब्बर जी सांसद ने स्व0 अनवर जलालपुरी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होने देश को अपनी शायरी के जरिये एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया। हिन्दुस्तान ही नहीं अपितु विदेशों में भी देश का गौरव बढ़ाया तथा साहित्य जगत में हिन्दी एवं उर्दू भाषा के क्षेत्र में उन्होने तमाम कार्य किये हैं। अपनी शायरी के जरिये सामाजिक समरसता के लिए वह मशहूर रहे हैं। उनके निधन से हिन्दी-उर्दू साहित्य जगत की अपूर्णीय क्षति हुई है।
शोक सभा में पद्मश्री डा0 मंसूर हसन ने कहा कि स्व0 अनवर जलालपुरी हमेशा अपनी शायरी के जरिये देश को एकजुट रहने का संदेश देते रहे हैं। वह हमेशा कहते थे हमारा भारत एक रहे, इसके लिए वह जोर देते थे। हमारे देश की गंगा-जमुनी तहजीब को मजबूत बनाने के लिए आजीवन प्रत्यनशील रहे।
शोक सभा में मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि स्व0 अनवर जलालपुरी ने हिन्दी और उर्दू को एक कड़ी में पिरोने का कार्य किया। उन्होने एक तरफ जहां पवित्र गीता का उर्दू में अनुवाद किया, गीतांजलि का उर्दू में अनुवाद किया वहीं पाक कुरान शरीफ के अंतिम पैरा का हिन्दी में अनुवाद करके साहित्य जगत में उल्लेखनीय कार्य किया है।
शोक सभा की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व एमएलसी हाजी सिराज मेंहदी ने शोकसभा में आये हुए सभी अतिथियों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि स्व0 अनवर जलालपुरी देश और दुनिया के नायाब शायर रहे हैं। उन्होने धार्मिक ग्रन्थों का भी बारीकी से अध्ययन किया था। गौतमबुद्ध जी के जीवन दर्शन पर वह कार्य कर रहे थे और इसी बीच उनका दुःखद निधन हो गया। हम सभी स्व0 अनवर जलालपुरी के अधूरे कार्य को पूरा करने का संकल्प लेते हैं।
श्री मेंहदी ने बताया कि शोक सभा में प्रमुख रूप से सुप्रसिद्ध शायर मंजर भोपाली, शबीना अदीब, जौहर कानपुरी, डा0 नसीम निकहत, सर्वेश अस्थाना, नैयर जलालपुरी, हसन कमाल, श्री चरन सिंह बशर, श्री मुकुल महान, स्व0 अनवर जलालपुरी के पुत्र श्री शहरयार सहित कई मशहूर शायर शामिल रहे। इसके साथ ही श्री अमीर हैदर, डा0 रमेश दीक्षित, श्री वीरेन्द्र मदान, श्री अनीस अंसारी, श्री इंशराम अली, श्री नईम सिद्दीकी, श्री शबाब अब्बास नकवी, मो0 काजिम, राजेन्द्र सोनकर, ब्रजेश द्विवेदी, सुरेश बहादुर सिंह, सुशील दुबे, युनुस सिद्दीकी, जाहिर कजलबास, अरशी रजा, मो0 नासिर, दिलप्रीत सिंह, तारिक खां, मेंहदी हसन, आबिद अब्बास, वकार रिजवी, हसन मेंहदी, मो0 नकी, हिलाल रिजवी, सलमान कादिर आदि अनेक वरिष्ठ गणमान्य लोग मौजूद रहे तथा भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
शोक सभा का संचालन डॉ0 नय्यर जलालपुरी ने किया।