समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से आज बड़ी संख्या में किसान तथा पार्टी कार्यकर्ता मिले और आलू की फसल की बर्बादी, किसानों के प्रति भाजपा सरकार की उपेक्षा नीति एवं पुलिस द्वारा आलू किसानों व उनके पक्ष में बोलने वालों को अपराधी बनाए जाने की शिकायत की। पूर्व मुख्यमंत्री जी को इन लोगों ने यह भी बताया कि आलू किसानों के दुखदर्द को उजागर करने पर पुलिस और प्रशासन द्वारा उनका तथा उनके परिवारीजनों का उत्पीड़न किया जा रहा है।
श्री अखिलेश यादव ने आलू किसानों की बदहाली पर चिंता जतायी और उनकी आवाज उठाने वालों को बधाई दी और कहा कि किसानों, गरीबों के पक्ष में आवाज उठाना अपराध कैसे हो सकता है? श्री यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने आलू किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य दिलाने का वादा किया था उसका क्या हुआ? आलू किसानोें को अपराधी बताया जाना और एसएसपी की प्रेस कांफ्रेस में उनको नकाब पहनाकर पेश किया जाना घोर निदंनीय है।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री यादव ने कहा कि एक तो भाजपा सरकार ने किसानों से धोखा किया और अब उनको अपमानित भी कर रही है। किसानों की आवाज उठाने वाले नौजवानों का उत्पीड़न कर उन्हें झूठे केसो में फंसाया जा रहा है। भाजपा तो सन् 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का दावा कर रही है। लेकिन आज तक तय नहीं है कि दावा कैसे हकीकत में सामने आएगा? अब तक किसानों को 50 प्रतिशत कृषि उत्पादन लागत से अधिक लाभकारी मूल्य भी नहीं मिल पाया है।
भाजपा सरकार अपराध रोक नही पा रही है, रोज लूट, हत्या, अपहरण और यहां तक कि बच्चियों तक से बलात्कार हो रहा है। अपराधी पुलिस की पकड़ में नही आ पाते हंै। किसानों को फर्जी मुकद्मों में फंसाया जा रहा है। भाजपा सरकार का यह किसान विरोधी चरित्र है। समाजवादी पार्टी किसानों पर अन्याय बर्दाश्त नही करेेगी।