पोर्टल का उपयोग कर कार्यशैली को अधिक प्रभावी बनाया जायेगा
लखनऊः 03 जनवरी, 2018
राज्यकीय हित में सामग्री एवं सेवा संबंधित उपार्जन की कार्यवाही त्वारित गति से प्रति स्परधात्मक दरों पर लागू करना समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। यह विचार सिंचाई एवं संसाधन विभाग के प्रमुख अभियन्ता परियोजना श्री कुणाल कुलश्रेष्ठ ने आज सिंचाई विभाग के मुख्यालय सभागार में प्रातः 11ः00 बजे एक दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का उदघाटन करते हुए व्यक्त किए।
श्री कुलश्रेष्ठ ने प्रशिक्षण में आये प्रतिभागियों से अपेक्षा की कि वे इस पोर्टल का उपयोग विभागीय सामग्री एवं सेवा उपार्जन कार्यों को तेजी से करने के लिए अपने कार्यालयों में प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा संचालित इस पोर्टल को उ0प्र0 सरकार के सूक्ष्म एवं लघु उद्योग विभाग द्वारा नोडल विभाग के रूप में देखा जा रहा है। प्रमुख अभियन्ता ने प्रशिक्षण में आये अभियन्ताओं से अपेक्षा की कि वे इसका उपयोग कर अपनी कार्यशैली को और प्रभावी बनाये जिससे की विभागीय योजनाओं का क्रियान्वयन सफलतापूर्वक किया जा सके।
प्रशिक्षण सत्र में शासन द्वारा नामित श्री प्रवीण वाधवानी, कन्सल्टेन्ट व श्री संजय डहरिया, रीजनल मैनेजर द्वारा जेम ;ळमडद्ध पोर्टल से सामग्री एवं सेवाओं के क्रय हेतु बायर/कन्साइनी/डी0डी0ओ0 व अन्य उत्तरदायी अधिकारी (यदि आवश्यक हो) की भूमिका का निर्वहन हेतु उपस्थित अधिकारियों को विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। जिसमें ;ळमडद्ध ळवअमतदउमदज म डंतामजचसंबम के रीजनल मैनेजर, उत्तर प्रदेश द्वारा भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार के मध्य हुए एम0ओ0यू0 के अनुसार सेकेण्डरी यूजर रजिस्टेªशन, मोड आफ प्रोक्योरमेन्ट तथा इन्टरेक्टिव सेशन के माध्यम से सामग्री व सेवायें क्रय करने का तरीका बताया गया।
प्रशिक्षण सत्र का आयोजन श्री सुरेष चन्द्र शर्मा मुख्य अभियन्ता, सूचना प्रणाली संगठन सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा किया गया। जेम पोर्टल प्रशिक्षण किट का विमोचन भी प्रमुख अभियन्ता, श्री कुणाल कुलश्रेष्ठ द्वारा किया गया। इस सत्र में जे0पी0 द्विवेदी मुख्य अभियन्ता, मध्य सहित क्षेत्रीय संगठनों के मुख्य अभियन्ताओं, अधीक्षण अभियन्ताओं मीडिया विशेषज्ञ श्री इंदल सिंह भदौरिया तथा अन्य विभागीय अधिकारियों/विशेषज्ञों ने भाग लिया। प्रशिक्षण सत्र का प्रबंधन श्री कुलदीप श्रीवास्तव अधीक्षण अभियन्ता, कम्प्यूटर केन्द्र द्वारा किया गया।