लखनऊ 03 जनवरी 2018, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने बसपा सुप्रीमों मायावती की दलितों के प्रति चिन्ता व प्रेम को दिखावा बताया। श्री त्रिपाठी ने कहा मायावती जी जातीय राजनीतिक रोटी सेंकने का अवसर तलाशती रहती हैं। वास्तव में मायावती यदि दलित हितैषी होती तो लोकसभा चुनावों में चारों खाने चित न हुई होती। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों में सरकार बनाने का दावा करने वाली बसपा 20 सीटें भी नहीं जीत सकी।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि मायावती जी ने दलितों की भावनाओं का जमकर दोहन किया है। दलितों के नाम पर करोड़ो-अरबों की दौलत जमा कर ली। उत्तर प्रदेश में पिछले शासनकाल में दलित उत्पीडित रहा लेकिन बसपा सुप्रीमों ने कभी आवाज नहीं उठायी। बसपा जब सत्ता में थी तब भी दलितों के उत्थान के लिए कोई निर्णायक कदम नहीं उठा पायी थी।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि पिछले बसपा-सपा शासनकाल में बिगड़ी कानून व्यवस्था से दलित पीड़ित रहा, जिसका समाधान भाजपा सरकार में हो रहा है। दलितों-पिछड़ों की जमीनों पर ही दबंगो ने हमेशा अवैध कब्जा किया है। जमीनों को अवैध कब्जों से मुक्त कराकर शोषित-पीड़ित जन की सही मायनों में मदद योगी सरकार कर रही है।