सुरेन्द्र अग्निहोत्री,लखनऊः 30 दिसम्बर, 2017
उ0प्र0 के सिंचाई एवं यांत्रिक मंत्री धर्मपाल सिंह ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सिंचाई विभाग की सच्चाई 2018 से दिखे और किसान ही नहीं आम जन भी महसूस करे कि जल है तो कल है ।जल के सदउपयोग के साथ ही प्रदूषण स ेजल को बचाने के लिए सामाजिक भागीदारी के माध्यम से प्रयास किये जाए। श्री सिंह ने कहा कि मनरेगा के माध्यम से प्रयास किये जाएगें तथा सासंद और विधायक को भी ष्षामिल करके उनकी निधि से भी नदियों को पुर्नजीवित करने पर विशेष ध्यान दें तथा भूगर्भ जल को रिचार्ज करने की कार्य योजना बनाकर अतिशीघ्र प्रस्तुत करें। नहरों की सिल्ट एवं टेलों तक पानी पहंुचाना सुनिश्चित करें। श्री सिंह ने कहा कि अवैध कुलावों को अविलम्ब उखाड़ा जाएगा तथा अतिशीघ्र जल उपभोक्ता समिति का गठित किया जाए।
श्री धर्मपाल सिंह आज सिंचाई विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कराये जा रहे कार्यों में पारदर्शिता एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। श्री सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कराये जा रहे कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। अधिकारियों को निर्देश दिए कि कराये जा रहे कार्यों की सूचना भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अवश्य दें। श्री सिंह ने कहा कि जो भी कार्य किया जाए उसका निरीक्षण भी स्थानीय जनप्रतिनिधि से कराना सुनिश्चित करें।
सिंचाई मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सिल्ट सफाई के अवशेष कार्यों को तत्काल पूर्ण किया जाएं। अधिकारियों को निर्देश दिए कि सिल्ट सफाई के कार्यों का सत्यापन मौके पर जाकर करें तथा यदि मानक के अनुरुप कार्य नहीं कराया गया है तो उसका भुगतान तत्काल रोक दें। श्री सिंह ने विशेष बातचीत में कहा कि नदी और नहरों पर कब्जे करने बाले भू-माफिया बख्से नही जाएंगे।
तत्कालीन सरकार ने रेबड़ी की तरह ठेकेदारो को काम बांट दिए। जिससे काम घटिया हुआ उन्होंने कहा कि जनता के पैसे की लूट करने वाले लोगों के खिलाफ जांच के बाद सख्त कार्यवाही की जायेगी। सिंचाई एवं यांत्रिक मंत्री धर्मपाल सिंह ने विभाग के एक हजार करोड के भुगतान पर तत्काल रोक लगाजे हुए जिला प्रषासन से जांच के बाद ही भुगतान के निर्देष दिये। देश के तमाम उधोगपतियों ने इन्वेस्टर मीट में उत्तर प्रदेश आ रहे है तमाम औधोगिक घराने इसके चलते अब यूपी में निवेश करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ चैबीस घंटे उत्तर प्रदेश की सेवा करने में जुटे हुए हैं। सिंचाई एवं विभाग गोमती रिबर फन्ट को इन्वेस्टर मीट से पहले पूरा करने का प्रयास करेगा।यूपी में निवेश से ना सिर्फ प्रदेश की तरक्की होगी बल्कि रोजगार के भी बड़े अवसर पैदा होंगे। रोजगार की आस में घरबार छोड़कर दूसरे प्रदेशों में जाने के लिए मजबूर होने वाले युवाओं का पलायन भी इससे रूकेगा।