मुस्लिम महिलाओं के संरक्षण के लिए मोदी सरकार का साहसिक कदम
लखनऊ 28 दिसम्बर 2017, भारतीय जनता पार्टी ने एक साथ तीन तलाक पर रोक लगाने वाले बिल के लोकसभा में पारित होने को मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की जीत बताया। प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि लोकसभा ने तीन तलाक पर रोक लगाने वाले विधेयक को ध्वनिमत से पारित कर मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों के संरक्षण का संदेश दे दिया है। उच्च सदन से विधेयक पास होते ही मुस्लिम महिलाओं के मौलिक अधिकारों पर क्रूर व्यवहार करने वालो के कदम अवश्य रूकेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि आज नए इतिहास का सृजन हुआ है। तुष्टीकरण की राजनीति में मुस्लिम महिलाओं के दमन का रूदन बहरी सत्ता के कानों तक नहीं पहुंच पाया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी सबका साथ-सबका विकास की भावना से काम कर रहे है ऐसे में मुस्लिम बहिने अपने अधिकारों से कैसे वंचित रह जाती ? मोदी जी ने न विपक्ष के विरोध की चिंता की और न ही मुस्लिम बहिनों का दमन करने वालों के विरोध की। मोदी जी अन्याय, अत्याचार और अधिकारों के हनन के विरूद्ध मुस्लिम महिलाओं के पक्ष में डटकर खडे़ रहे।
प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा तीन तलाक को असंवैधानिक करार दिए जाने के बावजूद भी जब तीन तलाक की घटनाएं नहीं रूकी तब कोर्ट के आदेश को अमलीजामा पहिनाने के लिए कानून बनाना जरूरी हो गया था। आज लोकसभा में एक साथ तीन तलाक पर रोक लगाने वाला ऐतिहासिक मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक-2017 के बिना किसी संशोधन के पास होने से देश में महिला अधिकारों के प्रति क्रांतिकारी परिवर्तन हुआ है।
श्री पाण्डेय ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार को इस साहसिक कदम के लिए बधाई। पं0 जवाहर लाल नेहरू भी कानून बनाना चाहते थे परन्तु नहीं बना सके, उन्होंने कहा था कि इसके लिए अभी सही समय नहीं है परन्तु मोदी जी ने तीन तलाक के विरोध में विधेयक लाकर ऐतिहासिक कार्य किया है। श्री पाण्डेय ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं के साथ सदियों से अमानवीय व्यवहार हुआ है। तीन तलाक के दण्डनीय अपराध होने से मुस्लिम महिलाओं के अधिकार संरक्षित होंगे तथा बच्चों की परवरिश की भी जिम्मेदारी तय होगी। इतिहास सृजन के लिए पुन प्रधानमंत्री जी सहित उनकी पूरी टीम को बधाई।