दिल्ली के बहुचर्चित निर्भया कांड की दर्दनाक घटना की याद मे रेड ब्रिगेड ट्रस्ट और निर्भया ज्योति ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में संचालित ‘निर्भया ज्योति यात्रा’ का वाराणसी नगर में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया. 17 दिसंबर से लखनऊ से बलिया तक निकाली गयी 14 दिवसीय निर्भया ज्योति यात्रा का दल सोमवार को सुबह 9 बजे अस्सी स्थित रानी लक्ष्मी बाई स्मारक पहुंचा. साझा संस्कृति मंच के सदस्यों द्वारा दल का स्वागत किया गया. प्रतिमा के समक्ष महिला हिसा को जड़ से समाप्ति तक आन्दोलन का संकल्प लेने के बाद यात्रा नदेसर पहुंची . क्रिसमस मेले में पर्चा बाँटते हुए लोगों को बालिका व महिला हिंसा के खिलाफ खड़े होने का आह्वान किया गया साथ ही हस्ताक्षर अभियान का संचालन किया गया. निर्भया ज्योति यात्रा की संयोजक पूजा विश्वकर्मा ने बताया कि 17 दिसंबर निर्भया के माता पिता व महिला व बाल कल्याण मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी ने लखनऊ से झंडी दिखाकर यात्रा को रवाना किया। एक दर्जन से ज्यादा लड़कियों का यह दल ग़ाज़ीपुर, मऊ से होते हुए निर्भया के पैतृक गांव मडौरा कला, बलिया पहुंचेगा ।
इसके बाद सारनाथ में बुद्ध प्रतिमा के समक्ष पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के सचिव अजय पटेल बताया यात्रा का उद्देश्य समाज मे महिलाओ व बेटियो के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकना है. यात्रा के दौरान जगह -जगह सभा करके लड़कियो व महिलाओ को विभिन्न कानूनों की जानकारी दी जा रही है। साथ ही रेड ब्रिगेड द्वारा आत्म रक्षा के गुण भी सिखाये जा रहे है। लड़कियो व महिलाओ की सहायता के लिये महिला हेल्प लाइन 1090 और 181 का प्रयोग करने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है। कार्यक्रम में शालिनी सिंह, ऋषि , प्रदीप सिंह, सूरज पाण्डेय,पवन पाण्डेय आदि ने सहयोग दिया. यात्रा का रात्रि पडाव कैथी में आशा ट्रस्ट के केंद्र पर रहा.