समूचा प्रदेश शीतलहरी और भयंकर सर्दी के प्रकोप से जूझ रहा है। अभी तक राजधानी लखनऊ में ही इस भयंकर ठण्ड से बचाने हेतु रैन बसेरों एवं अलाव की समुचित व्यवस्था नहीं की गयी है। जबकि प्रदेश के तमाम जिले भयानक ठण्ड की चपेट में हैं। प्रदेश सरकार आम जनता और गरीबों के प्रति पूरी तरह संवेदनहीन बनी हुई है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता जीशान हैदर ने आज जारी बयान में कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण तो यह है कि प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री ने विधान परिषद में कहा है कि एक निश्चित तापमान के बाद ही अलाव जलाने का प्राविधान है लेकिन उन्होने तापमान का मानक नहीं बताया जबकि मेरठ सहित विभिन्न जनपदों में तापमान तीन डिग्री तक पहुंच गया है लोग भयंकर सर्दी से पीडि़त हैं और बीमार हो रहे हैं। गरीब जनता
श्री हैदर ने सवाल किया है कि प्रदेश सरकार का मानक क्या ठण्ड से होने वाली मौतें हैं जिनका वह इन्तजार कर रही हैं। प्रदेश सरकार अविलम्ब गरीबों को ठण्ड से बचाने हेतु समुचित रैन बसेरों एवं अलाव जलवाने की व्यवस्था सुनिश्चित करे ताकि भीषण ठण्ड से होने वाली मौतों को रोका जा सके।