लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुजरात चुनाव परिणाम पर कहा कि जनता के निर्णय का सम्मान करते है। उन्होंने कहा कि भाजपा पूरे चुनाव में 150 सीट के जीत का दावा कर रही थी जबकि परिणाम इसके उलट रहे। 22 वर्ष सŸाा में रहने के बाद भी प्रधानमंत्री जी सहित समूचे भाजपा के मुख्यमंत्री और मंत्रीगण पूरे चुनाव में डटे रहे। सŸाा एवं सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल करने के साथ-साथ चुनाव को प्रभावित करने के कई हथकंडे अपनाये गये।
यह चुनाव देश की जनता के सामने एक उदाहरण है कि कैसे जनता को राजनीति से कोई वास्ता न रखने वाले क्रिया-कलापों से बहकाने का प्रयास किया जा सकता है। जिससे किसी भी प्रकार सŸाा पर काबिज हुआ जा सके। इस चुनाव परिणाम ने यह स्पष्ट कर दिया कि गुजरात विकास माॅडल एक छलावा था। उसका हकीकत से कोई दूर-दूर तक रिश्ता नहीं हैं। यह परिणाम भविष्य की राजनीति के लिये एक संकेत भी है कि विकास न करने वालों को जनता पसंद नहीं करती है।
इस चुनाव से भाजपा के जातिवादी और साम्प्रदायिक राजनीति का सच जनता के सामने आ गया हैं। इतना ही नहीं गुजरात चुनाव प्रचार में भाजपा नेताओं ने असंसदीय बयानों और बड़बोलेपन से अपनी राजनैतिक साख को गिरा दिया हैं। सी-प्लेन के माध्यम से चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास किया गया है। लोकतंत्र में पैरासूट से कूदकर वोट मांगने का स्वांग करने के तरीके से विकास का क्या सम्बंध है ? लोकतंत्र में लोकतांत्रिक व्यवस्था से चुनी जाने वाली व्यवस्था में पारदर्शिता बनी रहनी चाहिये और जनता का विश्वास उसमें मजबूत होना चाहिए। जनता का भरोसा बैलेट पेपर पर है।
श्री यादव ने कहा कि देश में बेकारी और मंहगाई तेजी से बढ़ रही है। किसान बेहाल और बदहाल हैं। भाजपा सरकार उनकी सुध नहीं ले रही है। किसानों की उपज का लाभकारी मूल्य नहीं दिया जा रहा हैं। भाजपा सरकारों की प्राथमिकता तय नहीं है।
उन्होंने कहा कि छात्रों-नौजवानों में निराशा का माहौल है। रोजगार के मोर्चे पर भाजपा की केन्द्र और राज्य सरकारों की कोई नीति न होने से बेरोजगारों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही हैं। समाजवादी सरकार में जनता के हित में कई फैसले लिये गये थे। आगरा एक्सप्रेस-वे जैसी विश्वस्तरीय एवं विश्वसनीय सड़क के माध्यम से जनता के आवागमन को सुलभ बनाने का कार्य समाजवादियों ने ही किया है। आपात काल में इस सड़क पर लड़ाकू विमान भी उतर सकते है।
श्री यादव ने कहा कि मुद्दे की बात होनी चाहिए। बिना किसानों के देश तरक्की नहीं कर सकता और बिना नौजवानों के देश नहीं बन सकता। देश में भाजपा नफरत और साम्प्रदायिकता की राजनीति कर रही है। सरकार को बेकारी के हल पर काम करना चाहिए। किसान का मुनाफा कहां है इसका जवाब देना चाहिए। राजनीतिक प्रश्न यह है कि किसानों के सवालों का क्या हुआ ? भाजपा असली मुद्दो से जनता का ध्यान भटका देती है। भाजपा सरकारें जनता के मुद्दों को दरकिनार करती हैं। बुनियादी-मुद्दों पर जब तक बहस नहीं होगी तो देश कैसे बनेगा।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि लोकतंत्र में असल ताकत जनता के हाथों में होती है इसलिए लोकतंत्र में उनके हित में फैसले लेने का काम करना निर्वाचित सरकारों का धर्म है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह होनी चाहिए कि सरकारों के निर्वाचन के लिये होने वाली चुनावी व्यवस्था अप्रभावित हो। उसे कोई भी व्यक्ति या सरकार प्रभावित न कर सके, तभी लोकतंत्र का वास्तविक उद्देश्य जनता के कल्याण का कार्य हो पायेगा। उन्होंने कहा कि देश में आम जनता को जिस प्रकार कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है उससे 2019 में परिवर्तन साफ दिखाई दे रहा है। भाजपा की अब कोई भी चाल जनता को गुमराह करने की काम नहीं आयेगी।