प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री स्वतंत्र देव सिंह ने मासिक लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत राजस्व प्राप्त न करने वाले 27 जनपदों के सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी, 06 सम्भागों के सम्भागीय परिवहन अधिकारी तथा 02 परिक्षेत्रों के उप परिवहन आयुक्त के साथ कार्यों के प्रति लापवाही बरतने वाले 02 जनपदो के एआरटीओ से स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी आरटीओं व एआरटीओ कार्यालयों को दलालों से पूर्णतः मुक्त रखा जाए। साथ ही सड़क दुर्घटनाओं में हो रही मौतों को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा उपायों एवं जन-जागरुकता पर विशेष कार्य किया जाए।
परिवहन मंत्री आज यहां विधान भवन स्थित सभाकक्ष में परिवहन विभाग की मासिक प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने राजस्व प्राप्ति मंे फिसड्डी मेरठ व बरेली जोन तथा आगरा, कानपुर, सहारनपुर, गाजियाबाद, गोरखपुर व मुरादाबाद सम्भाग के अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया। इसी प्रकार हाथरस, झांसी, बागपत, वाराणसी, बदायूं, शामली, सोनभद्र, रायबरेली, फर्रुखाबाद, कांसगंज, कानपुर नगर, मैनपुरी, फिरोजाबाद, गोरखपुर, बाराबंकी, कन्नौज, एटा, सहारनपुर, मुरादाबाद, कौशाम्बी, रामपुर, कानुपर देहात, गौतमबुद्धनगर, सम्भल, अमरोहा व कुशीनगर के एआरटीओ से कम राजस्व वसूली पर स्पष्टीकरण तलब किया गया। वहीं गाजीपुर व सीतापुर के एआरटीओ से भी कार्यों के प्रति लापरवाही बरतने पर स्पष्टीकरण तलब किया गया। विभाग ने माह नवम्बर 2017 तक 519800 लाख रुपये वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष विभाग ने 73.84 प्रतिशत वािर्षक प्रगति के साथ 383824.49 लाख रुपये का राजस्व अर्जित किया।
उन्होंने उप परिवहन आयुक्तों तथा आरटीओ को जनपदीय कार्योलयों में जाकर औचक निरीक्षण करने व कार्योलयों में बैठने तथा 10137 लाख रुपये बकाया राजस्व वसूली को अभियान चलाकर वसूलने के निर्देश दिए।
परिवहन मंत्री श्री सिंह ने भारत सरकार के अलावा सभी प्रकार की ओवरलोडिंग तथा झांसी, आगरा, इलाहाबाद, बांदा में हो रही ओवरलोडिंग को तत्काल रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आरटीओ व एआरटीओ कार्योलयों में दलालों के प्रवेश पर पूर्णतः रोक लगाई जाए, नहीं तो यहां दलाल मिलने पर इन अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने प्रवर्तन दलों के निष्क्रियता पर नाराजगी व्यक्त की और हर जिले में एक प्रवर्तन दल सक्रिय रुप से कार्य करें इसके निर्देश दिए। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उन्होंने सड़क सुरक्षा पर विशेष जोर देने तथा जन जागरुकता के लिए इसका विधिवत प्रचार करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रोड सेफ्टी के लिए हर जिले में एक नोडल अधिकारी बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा पर सभी 16 महानगरों में सेमिनार कराया जाए, जिसमें नवयुवकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। इसी प्रकार प्रत्येक जनपद पर निबंध एवं सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता कराई जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रत्येक बुधवार को अयोजित ‘सीटबेल्ट व हेलमेट दिवस अभियान‘‘ को सफलतापूर्वक संचालित किया जाए। साथ ही परिवहन बसों में सड़क सुरक्षा पर विज्ञापन लगाने, सोशल मीडिया, एसएमएस, होर्डिंग, टीवी चैनल व सिनेमा हाॅल के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने तथा प्रदेश में 1073 ब्लैक स्पाॅट पर विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने प्रदूषण जांच केन्द्रों की जांच करने, सड़क सुरक्षा उपायों व यातायात नियमों का उल्लंघन करने तथा प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों का चालान करने के भी दिर्नेश दिए। उन्होंने कहा कि विभाग के सभी अधिकारी मन लगाकर, टीम भावना से अपनी जिम्मेदारी निभाएं। कार्यों के प्रति लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में प्रमुख सचिव परिवहन श्रीमती आराधना शुक्ला, परिवहन आयुक्त श्री पी0 गुरु प्रसाद, विशेष सचिव मो0 अखलाक खाँ, राज्य परिवहन अपीलीय अधिकारी डा0 राजेन्द्र प्रसाद, अपर परिवहन आयुक्त श्री गंगाफल, श्री विजय कुमार सिंह, श्री ए.के. पाण्डेय के साथ सभी उप परिवहन आयुक्त उपस्थित थे।