वित्त मंत्री उ0प्र0 ने भारत में स्वीडन के प्रतिनिधि से विचार-विमर्श कर अधिकारियों को प्रस्ताव प्रस्तुत करने के दिए निर्देश
लखनऊः 11 दिसम्बर, 2017
उत्तर प्रदेश में शीघ्र ही साॅलिड वेस्ट प्रबन्धन पर आधारित बायो एथनाॅल परियोजना की सम्भावनाओं को तलाश कर इस ईंधन को नगरीय परिवहन बसों के संचालन के लिए उपयोग में लाया जाएगा। प्रदेश के वित्त मंत्री श्री राजेश अग्रवाल ने इस सम्बन्ध में एक प्रस्ताव तैयार कर शासन को प्रस्तुत करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिए हैं।
वित्त मंत्री द्वारा आज यहां विधान भवन में भारत में स्वीडन के दूतावास की व्यापार, आर्थिक एवं सांस्कृतिक मामलों की काउन्सलर सुश्री जोसा करे से साॅलिड वेस्ट प्रबंन्धन पर आधारित बायो एथनाॅल परियोजना की स्थापना तथा बायो एथनाॅल से चलने वाली बसों की आपूर्ति के सम्बन्ध में विचार विमर्श किया गया।
उल्लेखनीय है कि नागपुर म्युनिसिपल कारपोरेशन के सहयोग से साॅलिड वेस्ट प्रबन्धन पर आधारित बायो एथनाॅल परियोजना की स्थापना करते हुये बैंगलोर स्थित स्कैनिया बस निर्माणशाला से बायो एथनाॅल आधारित बसों की आपूर्ति की जा रही है। सुश्री जोसा करे ने बताया कि आपूर्ति की जा रही बसों पर जी0एस0टी0 28 प्रतिशत से घटाकर 12 प्रतिशत किये जाने का प्रस्ताव किया गया है। प्रदेश के वित्त मंत्री ने सुश्री जोसा करे को आश्वासन दिया कि जी0एस0टी0 की दरों को कम किये जाने सम्बन्धी प्रस्ताव का जी0एस0टी0 कौंसिल में उत्तर प्रदेश समर्थन करेगा, क्योंकि पर्यावरण की दृष्टि से बायो एथनाॅल आधारित बसों का संचालन लाभप्रद है।
वित्त मंत्री ने सुश्री जोसा करे को अवगत कराया कि बसांे के निर्माण हेतु उत्तर प्रदेश में सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध है। श्री अग्रवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनसंख्या लगभग 22 करोड है, यहाँ यदि स्वीडन अपनी बसों के निर्माण का कारखाना खोलता है तो उत्तर प्रदेश में ही उसकी बसांे का अधिक संख्या में उपयोग हो सकेगा। सुश्री जोसा करे ने अपनी ओर से इस हेतु पूर्ण प्रयास करने की बात कही।
बैठक में वित्त विभाग के प्रमुख सचिव, संजीव मित्तल, सचिव, श्री मुकेश मित्तल, वाणिज्य विभाग के आयुक्त श्री मुकेश मेश्राम तथा अपर आयुक्त श्री विवेक कुमार उपस्थित थे।