दिनांक 04.12.2017 को सांय 7 बजे इरम गल्र्स इ0का0 इन्दिरा नगर, लखनऊ में श्री बालेन्दु कुमार द्विवेदी द्वारा लिखित उपन्यास ‘मदारीपुर जंक्शन’ का विमोचन श्री बृजेश पाठक व श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी, मा0 कैबिनट मंत्री उ0प्र0 सरकार तथा अन्य सम्मानित व्यक्तियों की उपस्थिति में किया गया। श्री अरुण माहेश्वरी, श्री ओम निश्चल, श्री अशोक चक्रधर आदि ने उपन्यास पर परिचर्चा की।
श्री अशोक चक्रधर ने उपन्यास पर बोलते हुए कहा कि प्रथम दृष्टया और कुल मिलाकर अत्यन्त पठनीय उपन्यास बन पड़ा है लगता ही नहीं है कि किसी उपन्यासकार का पहला उपन्यास है। इसके अतिरिक्त विभिन्न समीक्षकों ने उपन्यास पर अपनी प्रतिक्रिया भेजी जिसे कवि रतिनाथ योगेश्वर ने पढ़कर उपस्थित लोगों को सुनाया। श्री काशीनाथ सिंह ने उपन्यास की सराहना करते हुए कहा है कि यह उपन्यास अपनी लोकप्रियता के शिखर को छुए और बालेन्दु द्विवेदी को हिन्दी साहित्य जगत में एक युवा समर्थ साहित्यकार के रूप में वह स्वागत व स्वीकार्यता मिले, जिसके वे वास्तव में हक़दार हैं। श्री नित्यानन्द तिवारी का कहना है कि गाँव की विविध स्थितियों और व्यक्तियों की कथा कहने वाला अच्छा उपन्यास है। श्री विश्वनाथ त्रिपाठी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा है कि बालेन्दु जी ने गाँव को बहुत नज़दीक से और बड़ी आत्मीयता से देखा है उन्होंने ग्रामीण जीवन की वैविध्य को बहुत डूबकर देखा और लिखा है। श्री रामदरश मिश्र के शब्दों में होरी और बावनदास की मृत्यु में जैसी सृजनशील संभावनाएं हैं वैसी ही संभावना मेघा की मृत्यु में है। इस दृष्टि सम्पन्न रचना के लिये आपको बहुत बहुत बधाई।
उक्त मौके पर मदारिसे अरबिया, लखनऊ व बाराबंकी की तरफ से एक मुशायरा एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें देश के नामी शयरों एवं कवियों सर्व श्री अशोक चक्रधर, राहत इंदौरी, ओम निश्चल, खुशबीर सिंह शाद, रतीनाथ योगेश्वर, मनीष शुक्ला, शबीना अदीब, सबा बलरामपुरी, जौहर कानपुरी, कुँवर रंजीत सिंह चैहान, श्रीरंग, अज़्म शाकिरी, वक़ार बाराबंकवी, सग़ीर नूरी आदि ने प्रतिभाग कर अपनी शायरी व रचनाऐं प्रस्तुत कर श्रोताओं की तालियां बटोरी।