लखनऊ 06 दिसम्बर 2017, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने हाजी महबूब के बयान का सहारा लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। श्री त्रिपाठी ने कहा कि हाजी महबूब के बयान से स्पष्ट हो गया कि सुन्नी वक्फ वोर्ड भी राम मंदिर मसले का जल्द निपटारा चाहता है। सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील की हैसियत से पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने सुन्नी वक्फ बोर्ड का पक्ष रखने के बजाय कांग्रेस का पक्ष रखा। वकील के तौर पर कपिल सिब्बल को कानूनी प्रावधानों का उल्लेख करना चाहिए था लेकिन कपिल सिब्बल ने योजनाबद्ध तरीके से अपने मुवक्किल की इच्छा के विपरीत सुनवाई टालने के लिए विशुद्ध सियासी दलील रखी।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि हाजी महबूब के बयान से कांग्रेस की पोल खुल गई है। कांग्रेस के इस तर्क को हाजी महबूब ने खारिज कर दिया कि कपिल सिब्बल की दलील एक वकील के तौर पर थी। वकील मुवक्किल की मंशा के अनुरूप ही दलील रखता है जबकि कपिल सिब्बल ने कांग्रेस की मंशा के अनुरूप राम मंदिर निर्माण के मार्ग में रोड़े अटकाने की नीयत से सुनवाई टालने की वकालत की।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि सैकड़ों वर्षो से रामलला के भक्त अन्याय झेलने को मजबूर रहे है। दासता का प्रतीक विवादित ढांचा तो 25 वर्ष पहले गिर गया लेकिन करोड़ो हिन्दूओं के ईष्ट प्रभु राम की जन्मभूमि अब भी न्याय की बाट जोह रही है। न्याय की अंतिम चैखट पर जब फैसला आने में कुछ ही समय बचा है तब भी कांगे्रस अपने कुत्सित प्रयास से बाज नहीं आ रही है। कपिल सिब्बल की सुनवाई टालने की दलील ने बहुसंख्यक हिन्दू जनमानस को ठेस पहुंचाई है।