उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज लालकुंआ स्थित रिसालदार बुद्ध विहार में बौद्ध धर्मगुरू प्रज्ञानन्द जी के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर अपनी एवं प्रदेश की जनता की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की।
राज्यपाल ने कहा कि भारत का श्रीलंका से पुराना संबंध रहा है। भगवान राम श्रीलंका गये और प्रज्ञानन्द जी श्रीलंका से भारत आये और भारत में ही रहे। बौद्ध भिक्षु भन्ते प्रज्ञानन्द जी का जन्म 18 दिसम्बर, 1928 को श्रीलंका में हुआ। बाबा साहब को धम्म की दीक्षा देने वाले धर्मगुरूओं में से वे एक थे। उन्होंने बौद्ध धर्म के प्रचार का कार्य किया। उन्होंने कहा कि प्रज्ञानन्द जी वास्तव में दोनों देशों की सांस्कृतिक एकता के संवाहक थे।