लखनऊ। 25 नवंबर। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ द्वारा आयोजित तीन दिवसीय सम्मेलन के अन्तिम दिन पुस्तकालय की उपयोगिता का मामला छाया रहा। पैनल की चर्चा में यह बताया गया कि पुस्तकालय की उपयोगिता सदैव बनी रहेगी। प्रो0 सवाहत हुसैन, प्रो0 एन लक्ष्मण राव के विचार विमर्श से इस बात पर सहमति बनी कि पुस्तकालय सेवाओं को पुस्तकालय विज्ञान के इतर सोचने और प्रदान करने की आवश्यकता है।
समापन सत्र के मुख्य अतिथि और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सदस्य प्रो जी0 गोपान रेड्डी ने भारतीय पुस्तकालय संध को आश्वस्त किया कि उनके साथ किये जा रहे वेतन विसंगति जैसी समस्याओं को बहुत ही शीघ्र सुलझा लिया जायेगा उन्हे वो सम्मान व प्रतिष्ठा अवश्य प्रदान की जायेगी। इसी क्रम में, बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन के संयोजक एवं विभागाध्यक्ष पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग डा0 एम0पी0सिंह जी ने समापन के अवसर पर सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया और कहा कि इस तीन दिवसीय सम्मेलन के सफल आयोजन के लिये देश-विदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों/सस्ंथानों से आये समस्त पुस्तकालय विशेषज्ञों, प्रतिनिधियों, छा़त्र/छात्राओं व अन्य अतिथियों का मैं हृदय से साधुवाद व धन्यवाद करता ज्ञापित करता हॅू। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने मंे महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले विभाग के छात्रगण व शोधार्थियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।