समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के नगर निकाय चुनावों में सŸाा के दुरूपयोग का खुला खेल चल रहा है। भाजपा नेतृत्व चुनाव आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन कर रहा हैं। स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की आशाएं इसलिए धूमिल हो रही हैं। वैसे भी कई जगह वोटिंग मशीनों पर संदेह जताया जा चुका है। विडम्बना है कि लोकतंत्र के इस चुनाव पर्व की पवित्रता को बचाए रखने में चुनाव आयोग ने भी आंखे मूंद रखी हैं।
प्रदेश के मुख्यमंत्री जी और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी चुनाव प्रचार में शासकीय मशीनरी का दुरूपयोग कर रहे हैं। चुनावी सभाओं में नौजवानों को नौकरियों में लाखो भर्तियां करने, सबके सिर पर छत देने, मुफ्त बिजली कनेक्शन देने, स्ट्रीटलाइटें लगवाने आदि के प्रलोभन दिए जा रहे हैं। मतदाताओं को लुभाने की इन कुचेष्टाओं से चुनाव की निष्पक्षता कैसे नहीं प्रभावित होगी?
नगर निकाय चुनावों में भी भाजपा जनता को बहकाने के लिए झूठे वादे करने का पुराना हथकंडा अपना रही हैं। धर्म और जाति के आधार पर समाज को बांटने और आपसी भाईचारे को मिटाने की कोशिशें हो रही हैं। आजादी की लड़ाई में स्थापित मूल्यों ओर आदर्शों को भुलाकर संकीर्ण राजनीति को बढ़ावा दिया जाने लगा है। लोकतंत्र में लोकलाज का ऐसा उपहास कभी देखने को नहीं मिला है।
भाजपा की सरकारों ने अपना एक भी वादा नहीं निभाया है। जिन महानगरों और नगरों के नगरीय संस्थानों पर वे वर्षों काबिज रहे वहां नागरिक सुविधाओं का घोर अभाव रहा है। भाजपा राज में कानून व्यवस्था ध्वस्त है और महिलाएं, बच्चियों तक की इज्जत सुरक्षित नहीं है। महंगाई चरम पर है। भाजपा सरकार ने दूसरा काम यह किया है कि समाजवादी सरकार ने जनहित की जो योजनाएं लागू की थी उन्हें बंद कर दिया है। समाजवादी सरकार के कामों का अपना काम बताकर उद्घाटन का उद्घाटन कर रहे हैं।
26 नवम्बर 2017 को नगर निकाय चुनाव के दूसरे चरण का मतदान है। उम्मीद है कि जिस तरह पहले चरण में 22 नवम्बर 2017 को प्रदेश के मतदाताओं ने समाजवादी पार्टी पर भरोसा दिखाते हुए उसे बहुमत दिया है उसी तरह कल के मतदान में भी वे भाजपा को सबक सिखाने का काम करेंगे। भाजपा ने वादे निभाएं नहीं बल्कि वादे तोड़े हैं। समाजवादी सरकार ने शहरों को संवारा है जबकि भाजपा ने संवरते शहरों को बिगाड़ा है। विकास विरोधी भाजपा को रोकने के लिए साइकिल वाले बटन को दबाकर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को विजयी बनाएं।