लखनऊ, 25 नवम्बर 2017। उ0प्र0 पावर कारपोरेषन के अध्यक्ष एवं प्रमुख सचिव ऊर्जा ने आज सौभाग्य योजना की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देषित किया कि सौभाग्य योजना के अन्तर्गत हर घर को विद्युत उपलब्ध कराना है इस लक्ष्य की पूर्ति के लिये साप्ताहिक लक्ष्य निर्धारित किये जाये और लक्ष्यों की पूर्ति के लिये लगातार माॅनीटरिंग की जाये।
उन्होंने निर्देषित किया कि नये कनेक्षन देने हेतु गा्रमीण क्षेत्रों में कैम्प लगाये जायें और यह सुनिष्चित किया जाये कि कैम्पों में आये उपभोक्ता को कनेक्षन हेतु कोई परेषानी न हो। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि इन कैम्पों में बिल संषोधन एवं बकाया वसूली पर भी ध्यान दिया जाये।
प्रमुख सचिव ने बताया कि सौभाग्य योजना के लिये एक वेव र्पोटल भी भारत सरकार की तरफ से बनाया गया है। जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में लगाये जाने वाले कैम्पों की विस्तृत सूचना अपलोड की जायेगी। प्रमुख सचिव ने यह भी निर्देषित किया कि सौभाग्य योजना के अन्तर्गत जो भी कार्य हो वह निर्धारित मानक के अनुरूप हों यह सुनिष्चित किया जाये। उन्होंने यह भी निर्देषित किया कि हर डिवीजन में कम से कम दो या तीन कैम्प ग्रामीण क्षेत्रों में लगाये जाये।
श्री आलोक कुमार ने कहा कि सरकार ए0पी0एल0 एवं बी0पी0एल0 परिवारों को विद्युत कनेक्षन उपलब्ध करानें हेतु ज्यादा से ज्यादा ध्यान दे रही है। इन्हें किस्तों एवं बिना षुल्क के विद्युत कनेक्षन दिये जानें है अतः यह सुनिष्चित किया जाये कि कोई भी बी0पी0एल0 परिवार कनेक्षन से वंचित न रह जाये। प्रमुख सचिव ने वीडियों कान्फ्रन्सिंग भी की। जिसमें उन्होंने पष्चिमांचल, दक्षिणांचल, पूर्वांचल तथा मध्यांचल के प्रबन्ध निदेषकों से सौभाग्य योजना के कार्यों की जानकारी ली। बैठक में उन्होंने नये वितरण खण्डों के सृजन में षिथिलता के लिये असंतोश व्यक्त किया। बैठक में उन्हें अवगत कराया गया था कि वितरण खण्डों के खाता न खुल पानें के कारण वितरण खण्डों का सृजन नहीं हो पाया । इस पर प्रमुख सचिव ने तत्काल नये वितरण खण्डों को सृजित कर कार्य प्रारम्भ करनें के निर्देष दिये।
प्रमुख सचिव ने पावर ग्रिड के अधिकारियों को भी कार्य में तेजी लाने एवं बैठक में पूरी तैयारी के साथ आने के लिये आग्रह किया। प्रमुख सचिव ने निर्माणाधीन या प्रस्तावित सब स्टेषनों के कार्यो में भी तेजी लाने के निर्देष दिये। षक्ति भवन में सम्पन्न इस बैठक में प्रबन्ध निदेषक अपर्णा यू, निदेषक वितरण, निदेषक वित्त, निदेषक वाणिज्य सहित अनेक अधिकारी उपस्थित थे।