लखनऊ 23 नवम्बर 2017, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पर संतोष जताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में अखिलेश राज में संगठित गिरोह काम कर रहे थे। रंगदारी, जमीन कब्जाने, अपहरण, बलात्कार, लूट जैसे संगीन अपराधों में संलिप्त अपराधियों को तत्कालीन सत्ताधारी सपा नेताओं का सीधा संरक्षण था। अपराधियों के बुलन्द हौसलों के सामने खाकी नतमस्तक थी, खाकी वर्दी पर गोली चलती थी लेकिन अब परिस्थितियां बदली हैं। योगी सरकार में खाकी पर गोली चलाने वालों को माकूल जबाव मिल रहा है। एन्काउण्टरों से अपराधियों में दहशत बनी है लेकिन विपक्षी दलों को इन अपराधियों के मानवाधिकार दिखने लगे हैं।
अपराधियों के एनकाउण्टर में मारे जाने पर प्रश्न उठाने वालों को आड़े हाथों लेते हुए प्रवक्ता श्री त्रिपाठी ने कहा कि मानवाधिकार आमजन के होते हैं जो विधि व्यवस्था में विश्वास रखते हैं। अपराधियों को मानवाधिकार की आड़ में खाकी पर गोली चलाने के लिए खुला नहीं छोड़ सकते हैं। जो भी खाकी पर गोली चलाकर कानून को चुनौती देगा, पुलिस उसे माकूल जबाव देगी। विपक्षी दलों का एनकाउण्टरों पर विधवा प्रलाप करना यह सिद्ध करता है कि अपराधियों से इनकी सांठ-गांठ है। कानून की सख्ती से जहां अपराधी और उनके शुभचिन्तक घबराएं हैं वही जनता सुकून महसूस कर रही है और इसका सीधा लाभ भाजपा को निकाय चुनावों में भी मिल रहा है।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि अब कोई अपराधिक घटना घटते ही पुलिस उसकी प्राथमिकी अनिवार्य रूप से दर्ज कर रही है और तत्परता से घटनाओं का खुलासा भी हो रहा है। अपराधियों को संरक्षण कहीं भी किसी भी स्तर पर नहीं है। पुलिस को कानून व्यवस्था लागू कराने के लिए पूरी छूट है।