लखनऊः ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती उर्दू, अरबी-फारसी विश्वविद्यालय, लखनऊ में आई0क्यू0ए0सी0 विषय पर शिक्षकों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन माननीय कुलपति, प्रो0 माहरूख मिर्ज़ा की अध्यक्षता में दिनांक 22 नवम्बर, 2017 को विश्वविद्यालय प्रांगण में किया गया। कार्यशाला के प्रथम सत्र में प्रो0 राजीव मनोहर, भोतिक विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ को विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। इस एक दिवसीय कार्यशाला का उद्देश्य विश्वविद्यालय के शिक्षकों को ए0पी0आई0 से जुड़ी सभी भ्रान्तियों के प्रति जागरूक करना था।
कार्यशाला का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलित करके किया गया। इस अवसर पर माननीय कुलपति, प्रो0 माहरूख मिर्ज़ा, प्रो0 राजीव मनोहर, विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी/कुलसचिव श्री टी0आर0 यादव, कार्यशाला के संयोजक प्रो0 सैय्यद हैदर अली भी उपस्थित रहे।
कार्यशाला का प्रारम्भ करते हुए माननीय कुलपति जी ने अतिथि एवं सभी प्रतिभागी शिक्षकों का स्वागत करते हुए कहा कि एक संस्थान की पहचान उसके शिक्षकों से ही होती है। इसलिए शिक्षकों को अपना वैयक्तिक विकास करने के लिए सदैव कार्यरत् रहना चाहिए क्योंकि अगर हमारे शिक्षक जागरूक रहेंगे तो नई पीढ़ी स्वाभाविक ही उन्नति करेगी।
कार्यशालय के विशिष्ट अतिथि एवं रिसोर्स पर्सन प्रो0 मनोहर ने तक्नीकी सत्र के दौरान शिक्षकों सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी विश्वविद्यालय को अपने यहाँ एक आई0क्यू0ए0सी0 सेल की स्थापना करनी चाहिए। साथ ही सभी शिक्षकों को प्रतिवर्ष सी0ए0एस0 का फार्म भरकर विश्वविद्यालय में जमा करना चाहिए। उन्होंने शिक्षकों की प्रोन्नति से जुड़े हर पहलू पर प्रकाश डालते हुए ए0पी0आई0 स्कोर के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देने का प्रयास किया।
कार्यशाला के द्वितीय सत्र में डाॅ0 किरण डंगवाल, शिक्षाशास्त्र विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ एवं डाॅ0 अजय प्रकाश, व्यवसाय प्रबन्धन विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ ने ई-लर्निग माड्यूल से जुड़े सभी पहलूओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ई-लर्निग माड्यूल के मार्कस पूर्व में ए0पी0आई0 स्कोर में नहीं जोड़े जाते थे, परन्तु नये रेग्यूलेशन में इन्हें भी सम्मिलित किया गया है जिससे शिक्षकों की रचनात्मकता, आई0सी0टी0 एवं टेक्नोसेवी स्किल्स में बढ़ोत्तरी हो सके।
कार्यशाला का अन्त कार्यक्रम संयोजक प्रो0 सैय्यद हैदर अली धन्यवाद ज्ञापन द्वारा किया गया एवं डाॅ0 तनवीर खदीजा सह-संयोजिका द्वारा स्मृति चिन्ह देकर अतिथियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सभी शिक्षक प्रतिभागियों को कुलपति महोदय द्वारा प्रमाण-पत्र भी प्रदान किये गये। कार्यक्रम का संचालन सांगठनिक सचिव डाॅ0 नीरज शुक्ल द्वारा किया गया।