उत्तर प्रदेश, विधान सभा के मा0 अध्यक्ष, श्री हृदय नारायण दीक्षित से आज दिनांक 22.11.2017 को विधान भवन में मध्य प्रदेश, विधान सभा के अध्यक्ष डा0 सीता सरण शर्मा ने शिष्टाचार भेंट की। श्री शर्मा, उत्तर प्रदेश के अध्य्यन-भ्रमण पर आये हुए हैं।
उत्तर प्रदेश, विधान सभा अध्यक्ष श्री दीक्षित ने श्री शर्मा को स्मृति चिन्ह् व साहित्य भेंट कर स्वागत किया। भेंट के दौरान श्री दीक्षित एवं श्री शर्मा के बीच विधान सभाओं की कार्य-पद्धति, संसदीय प्रणाली व अन्य लोकतांत्रिक विषयों पर चर्चा हुई।
इस भेंट के दौरान मध्य प्रदेश के अध्यक्ष श्री शर्मा से आपसी विचार-विमर्श के दौरान यह मत व्यक्त किया गया कि समय-समय पर विधान सभा की विभिन्न समितियाँ जो अनुशंसायें शासन को भेजती हैं उन पर क्रियान्वयन में अस्थिरिता की स्थिति व्याप्त है। नौकरशाही गम्भीरता से समितियों के निणर्यों, अनुशंसाओं पर कार्रवाई करने में सचेष्ट नहीं रहती हैं। हीला-हवाली करती हंै। इस विषय पर विभिन्न विधान सभाओं में एक हाउस कमेटी बनाये जाने पर चर्चा हुयी जो समिति की विभिन्न संस्तुतियों के समयबद्ध क्रियान्वयन पर अपनी पैनी नज़र रखे। डा0 शर्मा ने मा0 अध्यक्ष, उ0प्र0 के सुझाव पर अपनी सहमति व्यक्त करते हुए इस प्रकार के प्रस्तावों को पीठासीन अधिकारियों की बैठकों में लाकर इस पर गम्भीर चिन्तन की आवश्यकता पर बल दिया।
श्री दीक्षित ने विधान सभा की समितियों के बारे में चर्चा करते हुये बताया कि उत्तर प्रदेश विधान सभा में कुल 17 समितियाॅं हैं जिसमें 04 वित्तीय समितियाॅं हैं और 13 संसदीय समितियाॅं कार्यरत् हैं। मध्य प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष श्री शर्मा ने बताया कि उनके यहाॅं कुल 24 समितियाॅ है। दोनों मा0 अध्यक्षो ंने समितियों की कार्यप्रणाली के बारे में आपसे विचार-विमर्श किया।
श्री दीक्षित ने श्री शर्मा को अपनी नव प्रकाशित पुस्तक ‘‘सोचने की भारतीय दृष्टि’’ भी भेंट की। मध्य प्रदेश के मा0 अध्यक्ष ने श्री दीक्षित को मध्य प्रदेश विधान सभा के सदस्यांे को सम्बोधित करने हेतु समय देने की माँग की। श्री दीक्षित ने उसे सहर्ष स्वीकार करते हुए यथाशीघ्र मध्य प्रदेश आने के लिए आश्वस्त किया। इस अवसर पर विधान सभा के प्रमुख सचिव, श्री प्रदीप दुबे व अन्य अधिकारीगणों के साथ मध्य प्रदेश, विधान सभा के उप सचिव, श्री बी0एल0 विश्वकर्मा भी उपस्थित रहे।