लखनऊ 19 नवम्बर 2017, भारतीय जनता पार्टी ने कश्मीर घाटी में टूटती आंतक की कमर और उत्तर प्रदेश में थर-थर कांपते अपराधियों को दयनीदशा को केन्द्र और राज्यों सरकारों की वाह्य एवं आंतरिक सुरक्षा की प्रतिबद्धता बताया। प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 मनोज मिश्र ने कहा कि घाटी में एक साल में 170 से अधिक आंतकियों के सफाए से मोदी सरकार ने से ‘‘सौगन्ध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं झुकने दूंगा‘‘ वाक्य की असलियत और अहमियत आंतकियों को समझाई है। प्रदेश में अपराधी पलायन को विवश है।
डाॅ0 मनोज मिश्र ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस नीति सरकार की तुष्टिकरण नीति ने कश्मीर घाटी की स्थिति को बदतर कर दिया था जिससे आंतकियों के हौसलें बुलन्द हुए। मोदी जी के नेतृत्व में सेना के हाथ खोल दिये गए और सैनिकों की बन्दूकों के मुंह दुश्मनों के सीने पर खुल गए इसी का नतीजा है कि पिछले एक साल में कश्मीर घाटी में हिजबुल मुजाहिदीन के 43, लश्कर के 57 तथा जैश ए मुहम्मद के 15 दुर्दांद आंतकियों को मौत के घाट उतारकर सेना ने आंतक की कमर तोड़ने का काम किया। मोदी सरकार की घमक ही है जो सेना आॅपरेशन आॅल आउट चलाकर आंतकियों को आॅल आउट करने पर आमादा है। सेना को सुरक्षित रखना और आंतकियों का सिर कुचलना किसी भी सरकार की प्राथमिकता प्रतिबद्धता है और मोदी जी इसी प्रतिबद्धता से काम कर रहे है।
डाॅ0 मनोज मिश्र ने कहा कि सपा-बसपा की सरकारों ने प्रदेश को अपराधियों और भ्रष्टाचारियों का सुरक्षित अभ्यारण्य बना दिया था। योगी सरकार के आते ही अपराधी अपनी जमानते रद्द कराकर जेलों में वापस पहुॅच रहे है। उत्तर प्रदेश के अपराधी अन्य प्रदेशों में सरेंडर कर रहे हैं और प्रदेश में भी अपराधियों के समर्पण की होड़ लगी है। भाजपा प्रदेश में भय और भ्रष्टाचार के विरूद्ध जनादेश लेकर सरकार में आयी थी। आज योगी सरकार अपराध के खात्में के लिए अपराध की जड़ों का खात्मा कर रही है। जहां देश में मोदी जी वाह्य सुरक्षा की प्रतिबद्धता से काम कर रहे है तो वही प्रदेश में योगी सरकार अपराध और भ्रष्टाचार के विरूद्ध कमर कस चुकी है।