प्रदेश में वर्तमान में कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर के अन्तर्गत 12, फैजाबाद के अन्तर्गत 17, मेरठ के अन्तर्गत 13, बांदा के अन्तर्गत 06 इलाहाबाद के 01 कृषि विज्ञान केन्द्र सहित कुल 49 कृषि विज्ञान केन्द्र, राज्य कृषि विश्वविद्यालय के अन्तर्गत प्रदेश के विभिन्न जनपदों में संचालित है। 20 कृषि विज्ञान केन्द्र गैर सरकारी संस्थाओं व अन्य शिक्षण संस्थानों के अधीन स्थापित एवं संचालित है। इस प्रकार प्रदेश में कुल 69 कृषि विज्ञान केन्द्र स्थापित हैं।
10 जनपदों-सम्भल, अमरोहा, अमेठी, कासगंज, हरदोई एवं बहराइच में कृषि केन्द्र की स्थापना हेतु चिन्हित/आई0सी0आर0 नई दिल्ली द्वारा चयनित भूमि कृषि विभाग की तथा जनपद शामली, गोण्डा, जौनपुर तथा बदायूं की भूमि राजस्व विभाग की ग्राम सभा की प्रबन्धाधीन भूमि है। इन भूमियों को कृषि विज्ञान केन्द्र की स्थापना हेतु हस्तांतरित किए जाने के सम्बन्ध में कृषि विभाग एवं राजस्व विभाग द्वारा अनापत्ति प्रदान की गयी है। इसलिए इनसे आच्छादित भूमि (जनपद-हरदोई की भूमि को छोड़कर) को कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के माध्यम से कृषि विज्ञान केन्द्रों की स्थापना हेतु सम्बन्धित कृषि विश्वविद्यालयों के पक्ष में निःशुल्क हस्तांतरण किया जाना है। जनपद-हरदोई की भूमि को लीज के माध्यम से भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली की संस्था-आई0आई0पी0आर0 कानपुर को दी जानी है।
सम्भल, अमरोहा, अमेठी, कासगंज, बहराइच, शामली, गोण्डा, जौनपुर तथा बदायूं में स्थापित होने वाले कृषि विज्ञान केन्द्र सम्बन्धित कृषि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित किया जाना है तथा जनपद हरदोई में स्थापित होने वाला कृषि विज्ञान केन्द्र भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा संचालित होना है।
कृषि विज्ञान केन्द्रों की स्थापना का उद्देश्य प्रदेश के कृषकों तथा कृषि से सम्बन्धित जन समुदाय को जागरूक तथा शिक्षित बनाने और प्रदर्शन, प्रशिक्षण, किसान मेला, गोष्ठी एवं सामयिक साहित्य प्रसार कार्याें से नवनी कृषि तकनीकों को पहुंचाना एवं उन्नत बीच उपलब्ध कराया जाना है।