15 नवम्बर को माकपा करेगी धरना प्रदर्शन
लखनऊ। जिला सहारनपुर के शब्बीरपुर काण्ड में पीड़ित पक्ष और दलितों के नेता
चन्द्रशेखर उर्फ रावण व शिवकुमार प्रधान तथा सोनू पर गलत तरीके से राष्ट्रीय
सुरक्षा कानून लगाया गया है जबकि इन लोगों का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। यह
बात हाईकोर्ट ने भी अपने निर्णय में नोट किया है। झगड़े में शामिल दूसरे पक्ष
के खिलाफ रासुका जैसी कोई कार्यवाही नहीं की गयी है। चन्द्रशेखर उर्फ रावण
जेल में पहुंचने के बाद गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं, ऐसा लगता है कि शासन
प्रशासन अच्छा इलाज न कराकर उसकी हत्या कराना चाहता है।
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) उ0प्र0 राज्य सचिव मण्डल ने उपरोक्त
लोगों पर लगायी गयी रासुका हटाने तथा चंद्रशेखर उर्फ रावण का समुचित इलाज
कराने तथा शब्बीरपुर काण्ड के पीड़ितों के लिए पूरा मुआवजा देने आदि मांगों पर
दिनांक 15 नवम्बर को जिला व तहसील मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन कर राज्यपाल के
नाम सम्बोधित ज्ञापन सौपने का कार्यक्रम तय किया है तथा जिला इकाईयों को
निर्देश दिया है कि उक्त मांगों पर जनता में व्यापक अभियान चलायें और ज्ञापन
सौंपें।