नेता विरोधी दल विधानसभा श्री रामगोविन्द चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेश उत्तम पटेल तथा मुख्य प्रवक्ता श्री राजेंद्र चौधरी ने आज संयुक्त प्रेस कांफ्रेस में भाजपा द्वारा सभी कायदे कानून और लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं को ध्वस्त कर जौनपुर जनपद की खुटहन क्षेत्र पंचायत के प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कराने और पुलिस प्रशासन के मूकदर्शक बने रहने का गंभीर आरोप लगाते हुए मामले की सीबीआई या उच्च न्यायालय के जज से जांच कराने की मांग की। समाजवादी पार्टी के नेताओं ने कहा कि भाजपा समर्थिक अपना दल सांसद उनके बेटे तथा समर्थक गाड़ियों में असलहे लेकर मतदान स्थल के पास पहुंच गए, उन्होंने समाजवादी पार्टी के विधायक एवं पूर्वमंत्री श्री शैलेन्द्र यादव ‘ललई‘ पर प्राणघातक हमला किया। डी.एम. एवं एस.पी. से शिकायत करने का कोई असर नहीं हुआ। उल्टे श्री ललई पर गंभीर धाराएं लगाकर 3 मुकदमें कायम कर दिये गये। श्री ललई की प्राथमिकी भी नहीं दर्ज हुई।
समाजवादी पार्टी, लखनऊ के डा0 लोहिया सभागार में इस घटनाक्रम की एक सीडी भी पत्रकारों के समक्ष प्रदर्शित की गई। समाजवादी नेताओं ने कहा कि जिस तानाशाही तरीके से यह अविश्वास प्रस्ताव पारित कराया गया उसकी लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि 06.11.2017 को क्षेत्र पंचायत खुटहन के प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का समय जिलाधिकारी द्वारा 11ः00 बजे तय था किन्तु 11ः30 बजे तक जब कोरम नहीं पूरा हुआ तो सांसद श्री हरिवंश सिंह व उनके समर्थकों ने अंधाधुंध फायरिंग व अफरातफरी का माहौल बनाकर उसे पारित करवा लिया। इस मामले में पुलिस व प्रषासन का रवैया पूरी तरह भाजपा पक्षपाती का रहा।
समाजवादी पार्टी के नेताओं ने कहा कि धारा 144 लगे होने के बावजूद मतदान स्थल पर असलहों का प्रदर्शन हुआ। गाड़ियों में असलहे बरामद हुए पर कोई कार्रवाई नहीं हुईं। श्री ललई को उस दिन जान से मारने की भी साजिश थी। भाजपा के इस तानाशाही रवैये का समाजवादी पार्टी पुरजोर विरोध एवं निंदा करते हुए श्री शैलेन्द्र यादव ललई के ऊपर लगाए गए सभी झूठे केस वापिस लेने तथा विधायक जी की एफआईआर तत्काल दर्ज कर सांसद जी के विरूद्ध कार्यवाई करने की मांग करती है।