उत्तर प्रदेश में होने जा रहे स्थानीय नगर निकाय चुनाव में प्रदेश की जनता ने इस बार ‘‘नगर निकायों को भाजपा मुक्त’’ करने का मन बना रही है। निकायों में अपनी संभावित हार को भांपकर ही मुख्यमंत्री श्री आदित्य नाथ येागी जी अयोध्या, मथुरा, वाराणसी आदि धार्मिक स्थानों का ताबड़तोड़ दौरा कर निकाय चुनावों में ‘डैमेज कण्ट्रोल’ करने की कोशिश में लगे हुए हैं।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अमरनाथ अग्रवाल ने आज जारी बयान मंे कहा कि जिस प्रकार पिछले लगभग बीस वर्षों से राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के सभी नगर निकायों एवं निगमों पर भारतीय जनता पार्टी के महापौर और पार्षद काबिज हैं किन्तु नगरांे के हालात किसी से छुपे नहीं हैं। सड़कों पर गंदगी के ढेर, जाम की समस्या, हल्की सी बारिश होने पर सड़कों एवं घरों में जल भराव, ड्रेनेज एवं सीवर समस्या, दूषित पेयजल आपूर्ति, गलियों में गड्ढों एवं नालियों की र्दुव्यवस्था के चलते आये दिन होने वाली दुर्घटनाएं, म्युनिसिपल स्कूल, कालेज एवं अस्पतालों की बदतर स्थिति आदि अनकों ऐसी समस्याएं भारतीय जनता पार्टी के कुशासन और कुप्रबन्धन की स्थिति खुद ब खुद बयां कर रही हैं, जिसके चलते प्रदेश की जनता त्रस्त है।
केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान के नाम पर करोड़ों रूपये विज्ञापन पर खर्च किये गये और स्वच्छता के नाम पर स्थिति यह रही कि मस्तिष्क ज्वर(जापानी इंसेफेलाइटिस), डंेगू, चिकनगुनिया आदि बीमारियों ने महामारी का रूप धारण कर लिया और गोरखपुर, वाराणसी सहित प्रदेश के कई जनपदों में हजारों नौनिहालों और लोगों को असमय जान गंवानी पड़ी। स्वच्छता अभियान भी भारतीय जनता पार्टी का सिर्फ दिखावा साबित हुआ है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा जेएनएनआरएम, स्मार्ट सिटी, डूडा, सूडा आदि तमाम योजनाओं के जरिये जारी किये गये हजारों करोड़ रूपये सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गये और विकास कार्य पूरी तरह ठप पड़ा हुआ है।
प्रवक्ता ने कहा कि एक तरफ जहां प्रदेश में निकाय चुनाव चल रहे हैं और निकायों की दुर्व्यवस्था और बदतर हालात को सुधारने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री के पास समय नहीं है वहीं मुख्यमंत्री जी मारीशस, गुजरात और हिमाचल का दौरा कर चुनाव प्रचार कर हैं जहां इन्हें कुछ मिलने वाला ही नहीं है। प्रदेश के निकाय चुनाव में प्रदेश की जनता भाजपा को सबक अवश्य सिखायेगी।