आम आदमी पार्टी ने आज भाजपा मेयर प्रत्याशी के नामांकन के दौरान पुलिस प्रशासन की शैली पर गंभीर सवाल उठाए है | आम आदमी पार्टी की मेयर प्रत्याशी प्रियंका माहेश्वरी 5 नवंबर को नामांकन करने नगर निगम मुख्यालय पहुंची थी तब पुलिस प्रशासन ने आचार संहिता की बात कहते हुए मेयर प्रत्याशी के साथ 04 लोगों को ही नामांकन स्थल के अंदर जाने दिया था लेकिन जब आज प्रियंका माहेश्वरी पुनः तीसरा सेट नगर निगम मुख्यालय जमा करने गई तो वहां के नजारा ही कुछ और था |
भाजपा मेयर प्रत्याशी के नामांकन के समय मुख्यालय के अंदर उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा सहित कई विधायक, मंत्री और असलहा लगाये कई कार्यकर्त्ता उपस्थित थे, जो जोर-जोर से नारे बाजी कर रहे थे | आज ऐसे में भाजपा कार्यकर्ताओं की दबंगई के आगे पुलिस प्रशासन काफी लाचार दिखाई दिया, कई बार अन्य राजनीतिक दलों से आये हुए प्रत्याशियों के साथ धक्का मुक्की की नौबत तक आ गई थी | ऐसे में सवाल उठता है कि चुनावी प्रकिया के दौरान शुरुआत में ही प्रदेश की सत्ता पर काबिज भाजपा नेताओं के आगे पुलिस प्रशासन बौना बना रहेगा तो निर्वाचन आयोग कैसे निष्पक्ष चुनाव करा पायेगा |
मेयर प्रत्याशी प्रियंका माहेश्वरी ने आयोग से अपील की है कि भाजपा मेयर प्रत्याशी के नामांकन के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा भेदभाव करके अनावश्यक रूप से निगम मुख्यालय के अंदर भाजपा के कई नेताओं के अंदर जाने की अनुमति देने वालों पर कार्यवाही कर निष्पक्ष चुनाव करायें |