लखनऊः 04 नवम्बर 2017
इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायमूर्ति और उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यपालक अध्यक्ष श्री अरूण टंडन ने कहा है कि लोगों में उनके वैधानिक अधिकारों एवं कत्र्तव्यों के प्रति जागरूकता पैदा करना और लोगों की समस्याओं का समाधान सबसे जरूरी है। न्यायमूर्ति श्री टंडन ने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन द्वारा शुरू किये गये जन जागरण सह विधिक जागरूकता रथयात्रा से न केवल पूरे उत्तर प्रदेश मंे जागरूकता फैलेगी बल्कि उनका सशक्तिकरण और विकास भी होगा।
न्यायमूर्ति श्री टण्डन ने राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) के मार्ग निर्देशन में और उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन द्वारा शुरू किये गये जन जागरण सह विधिक जागरूकता रथयात्रा को आज यहां जवाहर भवन स्थित राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रांगण में झण्डी दिखाकर रवाना करने के बाद ये उद्गार व्यक्त किए।
इस अवसर पर बोलते हुए उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की सदस्य सचिव सुश्री जी. श्रीदेवी ने कहा कि भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश मंे आम लोगों को जागरूक करने और उनकी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के सहयोग से प्राधिकरण का यह अनोखा प्रयास है और बड़ी संख्या मंे लोगों को इससे लाभान्वित करने की महत्वाकंाक्षी योजना है। इस समारोह में न्यायमूर्ति श्री डी. के. उपाध्याय, इलाहाबाद उच्च न्यायालय, माननीय न्यायमूर्ति श्री राजन राय, इलाहाबाद उच्च न्यायालय और माननीय न्यायमूर्ति श्री ए. आर. मसूदी, इलाहाबाद उच्च न्यायालय की गरिमामय उपस्थिति रही।
इस अवसर पर बोलते हुए अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. माधव शंकर पाठक ने कहा कि अभियान के तहत संगठन के विधिक सेवक, स्वयं सेवक, कार्यकर्ता और पदाधिकारी, उत्तर प्रदेश के 75 जिले का सघन दौरा कर आम लोगों को उनके अधिकारों - कत्र्तव्यों के प्रति जागरूक करेंगे। अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के स्वयंसेवक इस दौरान लोगों की वैधानिक समस्याओं के संदर्भ मंे उनसे प्राप्त आवेदनों को भी इकट्ठा करेंगे और उसे उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण अथवा संबंधित जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को सौंपेंगे। डा. पाठक ने कहा कि संगठन के कार्यकर्ता और स्वयंसेवक देश के अनेक प्रदेशों मंे आम लोगों की विधिक सहायता करने के साथ ही उनमंे विधिक जागरूकता भी फैला रहे हैं।
डा0 पाठक ने कहा कि रथयात्रा के दौरान अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के स्वयंसेवक और विधिक सेवक, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) की उस 10 सूत्रीय योजनाओं का भी व्यापक प्रचार-प्रसार करेंगे, जिसे उत्तर प्रदेश सरकार के सक्रिय सहयोग से कार्यान्वित किया जाता है। इसमें आपदा पीड़ितों, तस्करी और वाणित्यिक यौन शोषण पीड़ितों, असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों, मानसिक रूप से विकलांग एवं बीमार लोगों, नशा पीड़ितों, आदिवासियों, वरिष्ठ नागरिकों और एसिड हमलोें के पीड़ितों को नालसा के माध्यम से दी जाने वाली वैधानिक सहायता शामिल है। इसके अलावा बच्चों को मैत्रीपूर्ण विधि सहायता और गरीबी उन्मूलन की प्रभावी योजनाएँ भी कार्यान्वित की जाती है जिसका सघन प्रचार-प्रसार किया जायेगा।
समारोह में सचिव श्रीमती ज्योत्सना शर्मा (न्यायिक सेवा), विशेष कार्य पदाधिकारी श्री सुशील कुमार रस्तोगी (न्यायिक सेवा), श्री एस.एन. तिवारी, वित्त नियंत्रक श्री शहजाद अहमद अंसारी, उप सचिव श्री शैफ अहमद तथा श्री सुबोध भारती के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष श्री रामसेवक राजपूत, रथयात्रा तैयारी समिति के सचिव श्री सुरजीत सिंह, संगठन के पश्चिम बंगाल प्रदेश के अध्यक्ष श्री प्रकाश राय, मेरठ मण्डल के अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार सिंह, राष्ट्रीय युवा प्रभारी आदेश कुर्मी, कन्हाई लाल शर्मा, रजनीश पाण्डेय, इन्द्रजीत कुमार, हरिशंकर यादव, जयकरण सिंह, योगेश कुमार, गजेन्दर सिंह, सुन्दर सिंह, प्रीति सिंह, शोभा सिंह, दीपिका ठाकुर, नीलु, किरण वंशिका, ज्योति शर्मा के साथ ही बड़ी संख्या मंे संगठन के स्वयंसेवक, कार्यकर्ता, विधिक सेवक और पदाधिकारी उपस्थित थे।