लखनऊ 31 अक्टूबर 2017, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने भ्रष्टाचारियों और नाकारा अफसरों के खिलाफ तगड़ी मुहिम छेड़ दी है। पीडब्लूडी के 22 इंजीनियरों समेत तमाम अफसरों की बर्खास्तगी और भ्रष्टाचार में तमाम अफसरों की गिरफ्तारी इसका सबसे बड़ा सबूत है। इस कार्रवाई के जरिए सरकार ने ये साबित कर दिया है कि भ्रष्टाचार को लेकर सरकार की नीति जीरो टालरेंस की है और ऐसे अफसर जो या तो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं या फिर जनता के काम करने को तैयार नहीं है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। श्री त्रिपाठी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की जनता नौकरशाही के भ्रष्टाचार और नाकारेपन से त्रस्त थी और ये विश्वास करके ही जनता ने भारतीय जनता पार्टी को जनादेश दिया था। अब सरकार जनभावनाओं के अनुरूप ही काम करने में जुटी हुई है।
प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि केंद्र की प्रधामनमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार भी भ्रष्टाचार के खिलाफ तेजी से कार्रवाई कर रही है। पिछले 30 महीनों के दौरान 3896 अफसरों के खिलाफ भ्रष्टाचार के 1629 मामले दर्ज किए गए हैं। इन 1629 मामलों में कुल 9960 लोग आरोपी बनाए गए हैं। इनमें 42 लोग राजनीतिक पृष्ठभूमि के हैं जबकि 6023 लोग अलग अलग क्षेत्रों से हैं। ये अपने आप में रिकार्ड है। केंद्र सरकार की तरफ से की गई इस कार्रवाई में हर रोज औसत 11 ऐसे लोगों को जेल भेजा गया है जो भ्रष्टाचार में लिप्त थे। पिछले साल की तुलना में इस साल ऐसी कार्रवाई में दस फीसदी की बढोत्तरी हुई है। केंद्र सरकार की मजबूत पैरवी के चलते हर रोज तीन भ्रष्टाचारियों को जेल की सजा हुई है। भ्रष्टाचार के खिलाफ ये अपने आप में एक ऐतिहासिक कार्रवाई है।
शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनावों और 2017 के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने देश और प्रदेश की जनता से वायदा किया था कि भ्रष्टाचार की कमर तोड़ दी जाएगी। और अब जनादेश मिलने के बाद मोदी जी और योगी की सरकार इसी दिशा में तेजी से काम कर रही है। जनता चाहती है कि भ्रष्ट अफसरों और उनको संरक्षण देने वाले लोगों को सजा मिले और अब केंद्र और राज्य सरकार मिलकर इस मुहिम को और तेज करने में जुट गई है। सिर्फ 22 इंजीनियर ही नहीं, मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ पीसीएस अफसरों, राजस्व अफसरों और चकबंदी अफसरों के खिलाफ भी ऐसी कार्रवाई कर चुके हैं और जनता इन कार्रवाइयों से खुश है।