समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष/पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भारत में महिलाएं सबसे ज्यादा गरीब और पिछड़ी हुई हैं। यह भी सच है कि महिलाओं से ही घर-परिवार संवरता है। इसलिए जब तक महिला आगे नहीं बढ़ेगी तब तक देष भी आगे नहीं बढ़ेगा। समाजवादी पार्टी महिलाओं की सामाजिक -आर्थिक तरक्की को प्राथमिकता में रखती है और इसके लिए बारबार संघर्ष करती रहेगी। गरीब महिलाओं का हर तरह से आर्थिक सहयोग किया जाएगा। संगठन में और सरकार बनने पर सरकार में भी उनको उचित सम्मान देने के लिए संकल्पित हैं।
श्री यादव आज पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में महिला ऐक्टविस्ट सुश्री रंजना वर्मा के साथ सैकड़ों की संख्या में आई समाजवादी पेंशन से वंचित गरीब महिलाओं को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री किरनमय नंदा, प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेश उत्तम पटेल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री माता प्रसाद पाण्डेय, पूर्व मंत्री श्री राजेंद्र चैधरी, एमएलसी श्री राजेश यादव तथा दीपराज यादव, भूपेंद्र यादव, शैलेष आदि भी मौजूद थे।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार में महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के लिए अभिनव प्रयास किए गए थे। उनके अच्छे स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई थी। उनको सुरक्षा देने के लिए 1090 वूमेन पावर लाइन, यूपी 100 पुलिस डायल सेवा के साथ प्रसूताओं को अस्पताल लाने ले जाने के लिए 102 नं0 एम्बूलेंस सेवा चालू की गई थी। कन्याविद्याधन, लैपटाप वितरण के साथ उनको लक्ष्मीबाई पुरस्कार भी दिए गए थे। खेलकूद में मेडल लाने वाली लड़कियों को नकद पुरस्कार और नौकरी दी गई।
श्री यादव ने कहा कि गरीब महिलाओं के लिए समाजवादी सरकार ने सबसे बड़ी योजना समाजवादी पेंशन योजना लागू की थी। इससे 55 लाख महिलाओं को 500 रूपए पेंशन मिलने लगी थी। भाजपा सरकार ने आते ही इसे बंद कर दिया। इससे गरीब महिलाओं की जिंदगी दूभर हो गई है। समाजवादी सरकार रहती तो पेंशन राशि बढ़ाकर एक हजार रूपए प्रतिमाह देने की व्यवस्था की जाती।
श्री अखिलेश यादव ने इस बात पर चिंता और क्षोम व्यक्त किया कि भाजपा की सरकार बनते ही बलात्कार, लूट, और अपहरण की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हंै। बच्चियों तक से दुष्कर्म हो रहा है। महिलाओं का सम्मान और सुरक्षा खतरे में है। आंगनवाड़ी और रसोइयां महिलाओं के साथ अपमान जनक व्यवहार किया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से पीड़ित महिलाओं ने कहा कि भाजपा सरकार में उनके साथ अन्याय हो रहा है। भाजपा सरकार की काम करने की नीयत ही नही है। समाजवादी सरकार ने जो विकास कार्य शुरू किए थे उन्हें भी बंद कर दिया गया। कुछ योजनाओं का तो भाजपा मुख्यमंत्री दुबारा उद्घाटन कर रहे हैं। 99 प्रतिशत वे गरीब महिलाएं जो समाजवादी पेंशन से अपना घर चला रही थीं वे अब असहाय जिंदगी जीने को मजबूर हैं। महिलाओं ने कहा वे अब 2019 और 2022 में समाजवादी पार्टी की जीत के लिए काम करेंगीं और भाजपा के झूठ तथा बहकावे की राजनीति का पर्दाफाश करेंगीं। उन्हें उम्मीद है कि अखिलेश जी के सŸाा में आते ही उनकी जिंदगी में खुशियां बहाल हो जाएगी।